Makar Sankranti 2023: आज पूरे देश में मकर संक्रांति का त्योहार मनाया जा रहा है। मकर संक्रांति के दिन स्नान-दान का विशेष महत्व है। आज शनिवार सुबह से ही स्नान शुरू हो गया है। संगम तट पर सवेरे से ही श्रद्धालुओं का हुजूम पहुंचने लगा। जहां श्रद्धालुओं ने हर हर गंगे और हर हर महादेव के उद्घोष के साथ पवित्र गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम में डुबकी लगाई। मकर संक्रांति के चलते सुरक्षा व्यवस्था को लेकर खास बंदोबस्त किया गया है।

15 घाटों पर की गई खास व्यवस्था

बता दें कि देश के कोने-कोने से सूर्य के उत्तरायण होने के मौके पर 15 घाटों पर श्रद्धालुओं के डुबकी लगाने की व्यवस्था की गई है। इस बार मकर संक्रांति पर दो दिन मनाई जा रही है। जिसके चलते दो दिनों तक श्रद्धालुओं के डुबकी लगाने का दौर जारी रहेगा। शनिवार की रात को सूर्य उत्तरायण हो रहे हैं। जिसके चलते आज सुबह से ही स्नान आरंभ हो गया है। रविवार को पुण्यकाल की मान्यता रखने वाले गंगा में डुबकी लगाएंगे।

आस्था-विश्वास की अनंत बूंदों से भरी त्रिवेणी की गोद

मकर संक्रांति के चलते सभी घाट एक दिन पहले ही सजकर तैयार हो गए हैं। संगम की रेती पर एलईडी बल्बों और रंग-बिरंगी रोशनियों से तंबुओं का भव्य नगर सज गया है। त्रिवेणी की गोद आस्था-विश्वास की अनंत बूंदों से भर गई है। आज शनिवार 14 जनवरी की रात को 8 बजकर 44 मिनट पर सूर्य मकर राशि में प्रवेश करेंगे। सूर्य का उत्तरायण होने के साथ ही खरमास उतर जाएगा।

रविवार शाम तक रहेगा पुण्यकाल

बता दें कि उदया तिथि की मान्यतानुसार, रविवार की सुबह से शुरू होकर पुण्यकाल शाम तक रहेगा। मगर आज शनिवार से ही संगम पर डुबकी लगने लगी। श्रद्धालु मकर संक्रांति स्नान के लिए सूर्य के उत्तरायण होने से पहले ही शिविरों में पहुंचने लगे।

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