इंडिया न्यूज, कोलकाता
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उनके भतीजे और टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी और उनकी पत्नी रुजिरा बनर्जी को प्रवर्तन निदेशालय की ओर से नोटिस भेजे जाने पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। बीजेपी पर भड़कीं ममता बनर्जी ने सत्तारूढ़ पार्टी पर केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का गंभीर आरोप लगाया है। रुजिरा बनर्जी को 1 सितंबर और अभिषेक बनर्जी को 6 सितंबर को पेश होने को कहा गया है। इसको लेकर सियासत भी तेज हो गई है। बीजेपी को अपनी पार्टी के खिलाफ राजनीतिक रूप से लड़ने की चुनौती देते हुए मुख्यमंत्री बनर्जी ने कहा कि आप हमारे खिलाफ ईडी को क्यों लगा रहे हैं? आपके एक मामले के खिलाफ हम लड़ाई लड़ेंगे. हम जानते हैं कि कैसे लड़ना है? हम गुजरात के इतिहास को जानते हैं? जवाबी हमले को तेज करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि कोयले जैसे प्राकृतिक संसाधनों के अधिकारों का आवंटन केंद्र सरकार के दायरे में आता है। उन्होंने कहा कि कोयले में भ्रष्टाचार के लिए तृणमूल पर उंगली उठाने का कोई फायदा नहीं है। यह केंद्र के अधीन है। इसके मंत्रियों के बारे में आपका क्या कहना है? उन भाजपा नेताओं के बारे में क्या कहेंगे जिन्होंने बंगाल, आसनसोल क्षेत्र के कोयला बेल्ट को लूट लिया। बता दें कि अभिषेक बनर्जी और उनकी पत्नी रुजिरा पर आरोप है कि उन्होंने अपनी कंपनी में ऐसी कंपनियों और उनसे जुड़े लोगों से फंड ट्रांसफर करवाए हैं जो कोयला घोटाले में शामिल रहे हैं। आरोप यह भी हैं कि फंड के एवज में उन कंपनियों से बोगस अग्रीमेंट करवाए गए थे। अभिषेक के पिता अमित बनर्जी भी उनमें से एक कंपनी में डायरेक्टर हैं. कोयला घोटाले की जांच सीबीआई कर रही है। अभिषेक और रुजिरा बनर्जी के अलावा ईडी ने 03 सितंबर को संजय बसु, 08 सितंबर को मिदनापुर रेंज के डीआईजी, श्याम सिंह और 09 सितंबर को सीआईडी के एडीजी ज्ञावनंत सिंह को भी पेश होने का समन भेजा है। यह मामला पिछले साल मई-अगस्त से जुड़ा है, जब सतर्कता विभाग और ईसीएल टास्क फोर्स ने निरीक्षण के दौरान पाया था कि ईसीएल के पट्टे क्षेत्र में व्यापक रूप से अवैध कोयला खनन और उसकी ढुलाई हो रही है।