India News (इंडिया न्यूज़), Amit Shah On Manipur Issue: लोकसभा में आज से अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा हुई इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मणिपुर में हिंसा के कारणों और राज्य में स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों पर विस्तृत प्रतिक्रिया दी। अमित शाह ने मणिपुर मुद्दे पर बात करते हुए कहा कि ये वीडियो (मणिपुर वायरल वीडियो) इस संसद सत्र के शुरू होने से पहले क्यों आया? अगर किसी के पास यह वीडियो था तो उन्हें इसे डीजीपी को देना चाहिए था और उसी दिन (4 मई) कार्रवाई की गई होती।

क्षेत्र में अर्धसैनिक बल तैनात किया गया

मणिपुर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “हमें जिस दिन वीडियो मिला हमने उन सभी 9 लोगों की पहचान कर ली और उन्हें गिरफ्तार कर लिया। मैं वहां (मणिपुर) 3 दिन रहा और इस अवधि के दौरान हमने कई निर्णय लिए… राज्य में सामान्य स्थिति स्थापित करने के लिए क्षेत्र में अर्धसैनिक बल तैनात किया गया है।”

हिंसा किसी भी समस्या का समाधान नहीं

शाह ने कहा,”मैं मैतेई और कुकी दोनों समुदायों से बातचीत में शामिल होने की अपील करता हूं, हिंसा किसी भी समस्या का समाधान नहीं है…मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि हम राज्य में शांति लाएंगे। इस मुद्दे पर राजनीति नहीं की जानी चाहिए।”

प्रधानमंत्री ने मुझे सुबह 4 बजे और दूसरे दिन 6:30 बजे उठाया

केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, “परिस्थितिजन्य हिंसा है. देश को बताना चाहता हूं कि देश के प्रधानमंत्री ने मुझे सुबह 4 बजे और दूसरे दिन 6:30 बजे उठाया और ये कह रहे हैं कि मोदी जी ध्यान नहीं रख रहे हैं. तीन दिन तक लगातार हमने यहां से काम किया. 16 वीडियो कॉन्फ्रेंस की, 36 हजार जवान भेजे. चीफ सेक्रेटरी को बदल दिया गया. डीजीपी बदल दिया गया. सुरक्षा सलाहकार भेजे गए.”

130 करोड़ लोगों ने हमें चुना है इसलिए हमारी बात सुननी होगी

गृह मंत्री  ने कहा, “मैं पहले दिन से ही मणिपुर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार था लेकिन विपक्ष कभी चर्चा नहीं करना चाहता था…आप मुझे चुप नहीं करा सकते क्योंकि 130 करोड़ लोगों ने हमें चुना है इसलिए उन्हें हमारी बात सुननी होगी। मणिपुर में हमारी सरकार के पिछले छह वर्षों के दौरान कर्फ्यू की आवश्यकता कभी नहीं पड़ी।”

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