India News (इंडिया न्यूज़),Naveen Nishant,Manipur Violence:  आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से यह अपील की है, की मन की बात बहुत हुई अब मणिपुर की बात होनी चाहिए। आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह के सदन से निष्कासन के सवाल पर राघव चड्ढा ने कहा कि लोकतंत्र में आवाज उठाना, किसी मुद्दे पर चर्चा करने की मांग करना अपराध नहीं है।

संजय सिंह ने किया अनुरोध, तो हुए सस्पेंड

आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने बताया कि भारत की संसदीय इतिहास में यह देखा गया है कि किसी भी सदस्य का सस्पेंशन होना सभापति द्वारा किया जाता है। अक्सर यह हथियार का इस्तेमाल ऐसे मामलों में किया जाता है, ज़ब किसी सदस्य ने चेयर के प्रति या किसी सदस्य के प्रति आक्रमण किया हो, कोई एक्ट का वॉयलेंस हुआ हो, किसी सदस्य द्वारा कोई कागज, रेजुलेशन की किताब फाढ़कर चेयर पर फेंकी हो, माइक तोड़ा हो या आपत्तिजनक चीज की गई हो, संसद के इतिहास में पहली बार देखा गया है कि देश की एक बर्निंग विषय पर बहस कराने के लिए जब एक सदस्य चेयर के पास जाकर अनुरोध करने का प्रयास करते हैं तो उनको सस्पेंड कर दिया जाता है। यह संसद की इतिहास में पहली बार देखा गया है।

मणिपुर राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा बन गया है

राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने बताया कि संजय सिंह को सदन से निष्कासित करना यह दिखाता है कि शायद बीजेपी में अब टॉलरेंस का रत्ती भर भी अंश नहीं बचा, उनका एक ही लक्ष्य है कि जो भी सांसद आवाज उठा रहा है, बीजेपी के खिलाफ या बीजेपी की जो नाकामी है उसको उजागर कर रहा है उसे निलंबित कर दो। आज मणिपुर राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा बन गया है, मणिपुर जहां से हैवानियत भरी विडियोज और फोटोस आ रही हैं, उसे देखकर पूरे देश का दिल दहल गया है।

मैंने देश की रक्षा की,  परिवार और पत्नी की रक्षा नहीं कर पाया।

हमने देखा की कैसे कारगिल युद्ध के समय हमारे देश का एक जवान एक सूबेदार जिसने देश के लिए लड़ाई लड़ी और रक्षा की आज उसकी धर्मपत्नी को निर्वस्त्र करके जिस प्रकार से छेड़छाड़ किया गया, वह देश को शर्मसार करने वाला पल है, बेचारा सूबेदार कह रहा है कि मैंने देश की रक्षा तो की लेकिन मैं अपने परिवार और पत्नी की रक्षा नहीं कर पाया।

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