India News (इंडिया न्यूज), Manipur Internet Service: मणिपुर सरकार ने राज्य के पांच जिलों के क्षेत्रीय अधिकार क्षेत्र में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं पर प्रतिबंध बढ़ा दिया है। मणिपुर में इंटरनेट प्रतिबंध 20 सितंबर दोपहर 3 बजे तक बढ़ा दिया गया है। सरकार ने रविवार (15 सितंबर) को इससे संबंधित आदेश जारी किया है, जिसमें कहा गया कि अगले 5 दिनों तक इंटरनेट संबंधी सेवाएं जारी रखने का फैसला किया गया है।
राज्य सरकार ने जारी किया आदेश
राज्य सरकार के आयुक्त (गृह) एक आदेश जारी करते हुए कहा, “राज्य सरकार ने मौजूदा कानून और व्यवस्था की स्थिति को बनाए रखने के लिए और पिछले पखवाड़े में इंटरनेट निलंबन के सामान्य संचालन के साथ इसके संभावित सहसंबंध की समीक्षा करने के बाद, मणिपुर के इंफाल पश्चिम, इंफाल पूर्व, थौबल, बिष्णुपुर और काकचिंग जिलों के क्षेत्रीय अधिकार क्षेत्र में वीएसएटी और वीपीएन सेवाओं सहित इंटरनेट और मोबाइल डेटा सेवाओं के निलंबन को 15-09-2024 से अगले 5 दिनों के लिए जारी रखने का फैसला किया है।”
मणिपुर में हालात नहीं सुधरे!
इससे पहले राज्य सरकार ने 10 सितंबर से पांच दिनों के लिए राज्य में इंटरनेट सेवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया था। यह प्रतिबंध रविवार को खत्म होना था, लेकिन मौजूदा कानून व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए सरकार ने इसे बढ़ाने का फैसला किया।
13 सितंबर को डीआईजी केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) मनीष कुमार सच्चर ने मणिपुर के कांगपोकपी जिले के सैकुल हिलटाउन में थांगकनफाई गांव और सोंगपेहजांग राहत शिविर का दौरा किया और कुकी समुदाय के प्रतिनिधियों से बातचीत की।
भारी मात्रा में गोला-बारूद बरामद
एएनआई को बताते हुए डीआईजी सच्चर ने कहा कि 100 से अधिक परिवार राहत शिविर में रह रहे हैं और उनकी कोई भी मांग नहीं है, सिवाय अपने सामान्य जीवन में वापस लौटने के अलावा। इस बीच, 12 सितंबर को भारतीय सेना और मणिपुर पुलिस ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और सीमा सुरक्षा बल के साथ संयुक्त अभियान में चुराचंदपुर जिले में भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और अन्य युद्ध संबंधी सामान बरामद किया।
विशेष सूचना पर कार्रवाई करते हुए सेना ने मणिपुर पुलिस और सीआरपीएफ के साथ मिलकर चुराचंदपुर जिले के मौलसांग इलाके में एक 7.62 एमएम एके सीरीज की असॉल्ट राइफल, मैगजीन के साथ तीन मध्यम आकार के स्वदेशी इंप्रोवाइज्ड मोर्टार (पोम्पी) और अन्य युद्ध संबंधी सामान बरामद किया।
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