India News (इंडिया न्यूज़),Manipur Violence: मणिपुर हिंसा के बीच विपक्ष का एक प्रतिनिधिमंडल मणिपुर राज्य का दो दिवसीय दौरा करेगा। ये दौरा 29 और 30 जूलाई को होगा।  इस दौरे के बारे में बताते हुए कांग्रेस सांसद और उपनेता प्रतिपक्ष गौरव गोगोई ने बताया कि इंडिया गठबंधन दौरे में शिविर में जाकर पिड़ितों से मुलाकात करेंगा। उन्होंने कहा कि प्रशासन पीड़ितों का कैसे ध्यान रख रहा है ये भी देखा जाएगा।

उन्होंने कहा, “स्पीकर ने I.N.D.I.A गठबंधन द्वारा लाए अविश्वास प्रस्ताव को स्वीकर किया है। मुझे उम्मीद है कि इसपर चर्चा जल्द शुरू होगी। यह बहुत अहम है कि हम मणिपुर की बात रखें जो प्रधानमंत्री भूल गए हैं। हम मणिपुर के लोगों की बात अच्छे से रख सकें इस लिए हम दो दिवसीय यात्रा पर मणिपुर जा रहे हैं। जहां हिंसा हुई वहां जाना मुश्किल होगा लेकिन जहां लोग शिविर में हैं, वहां जाएंगे जिससे जान सकें कि प्रशासन उनका ध्यान कैसे रख रहा है।

बता दें कि इससे पहले कांग्रेस के संसद गौरव गोगोई लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव लेकर आए थे। जिसे लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने स्वीकार कर लिया है। इस पर जल्द की चर्चा होने की बात कही जा रही है। ये अविश्वास प्रस्ताव प्रधानमंत्रि नरेंद्र मोदी के 9 वर्षों के कार्यकाल का दूसरा अविश्वास प्रस्ताव है। इससे पहले जूलाई 2018 को उन पर अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था।

सीबीआई को सौपी गई जांच

वहीं सरकार ने 19 जूलाई को मणिपुर महिलाओं के साथ अभद्र घटना के मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी है। इसके लिए आज (27 जूलाई) को सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल करते हुए सुचित किया। इससे पहले इस मामले में सु्प्रीम कोर्ट ने इस मामले में खुद एक्शन लेने की सरकार को चेतावनी दी थी। बता दें कि कुकि समुदाय की महिलाओं के साथ अभद्र वीडियों के सामने आने के बाद पुलिस ने अब कर 7 आरोपियों के गिरफ्तार किया है।

जारी है राज्य में हिंसा की स्थिति

3 मई से शुरु हुई मणिपुर राज्य की हिंसा को लगभग तीन महीने हो गए है। अब तक इस घटना में करीब 180 लोगों मारे गए है। खबरों की माने तो गुरुवार को भी राजधानी इंफाल में हिंसा कि घटना हुई है। इसी बीच दो पत्रकारों समेत 27 लोगों के लापता होने की खबर है। वहीं सुरक्षा बलों की तरफ से राज्य की स्थिति पर नियंत्रण करने का प्रयास जारी है।

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