India News (इंडिया न्यूज), PM Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर रविवार यानि आज रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के जरिए देशवासियों को संबोधित करते हैं। यह 107वां एपिसोड है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज रविवार को अपने मासिक मन की बात रेडियो शो में मुंबई आतंकवादी हमलों का जिक्र करते हुए कहा कि भारत इस दिन को कभी नहीं भूल सकता जब उसने “अपने सबसे जघन्य आतंकवादी हमले” का सामना किया था।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि “…हम 26 नवंबर को कभी नहीं भूल सकते… आज ही के दिन हमारे देश पर एक जघन्य हमला हुआ था… मैं मुंबई हमले में अपनी जान गंवाने वाले सभी लोगों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं…।”

समंदर के रास्ते मुंबई में दाखिल हुए आतंकी

पाकिस्तान के कराची से 10 आतंकी एक नाव के जरिए मुंबई के लिए निकले थे। समंदर के रास्ते में ही उन्होंने मुंबई में एंट्री की थी। भारतीय नौसेना को चकमा देने के लिए रास्ते में उन्होंने एक भारतीय नाव को अगवा किया था और नाव में सवार सभी लोगों को मार दिया। इसी नाव के जरिए वे रात करीब 8 बजे कोलाबा के पास मछली बाजार में उतरे। स्थानीय मछुआरों को उनपर कुछ शक भी हुआ। उन्होंने पुलिस को इसकी सूचना भी दी, लेकिन पुलिस ने इसे हल्के में ले लिया।

अजमल कसाब को दी गई फांसी

बता दें कि, कोलाबा से आतंकियों ने 4-4 के समूहों में टैक्सी पकड़ी और अपनी-अपनी मंजिल की तरफ बढ़ गए। आतंकियों का एक दस्ता रात करीब साढ़े 9 बजे छत्रपति शिवाजी टर्मिनल रेलवे स्टेशन पहुंचा था। सभी के हाथों में एके-47 राइफलें थीं, उन्होंने यहां ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी थी। इन हमलावरों में अजमल कसाब भी शामिल था। जिसे सुरक्षाबलों ने जिंदा पकड़ लिया था, जिसे फांसी दी जा चुकी है। सीएसटी रेलवे स्टेशन पर फायरिंग की इस घटना पर पुलिस जैसे ही निकली। विले पारले इलाके में भी गोलाबारी की खबर मिली।

NSG कमांडो ने आतंकियों का किया सफाया

उस रात आतंकियों ने कई नामचीन जगहों को टारगेट किया था। मुंबई में स्थित विश्वस्तरीय होटलों में से एक ताज होटल, ओबेरॉय ट्राइडेंट होटल और नरीमन हाउस को भी निशाना बनाया था। आतंकियों ने मुंबई की शाह कहे जाने वाले ताज होटल को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया था। सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच तीन दिनों तक मुठभेड़ चलती रही थी। पुलिस और सेना के ऑपरेशन भी फेल होते नजर रहे थे। तब फिर एनएसजी कमांडोज को बुलाया गया। एनएसजी कमांडोज ने सभी आतंकियों को फिर मार गिराया। उनकी बहादुरी के चलते भारत पर आया ये संकट टला।

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