India News (इंडिया न्यूज), Bengal Maoist: पश्चिम बंगाल के हुगली जिले की जेल में बंद माओवादी नेता अर्नब दाम बुधवार (26 जून) को इतिहास में पीएचडी की डिग्री के लिए बर्दवान स्टेट यूनिवर्सिटी में साक्षात्कार के लिए उपस्थित हुए। पुलिस की निगरानी में साक्षात्कार के लिए उपस्थित हुए दाम फरवरी 2010 में पश्चिमी मिदनापुर जिले के सिल्दा में ईस्टर्न फ्रंटियर राइफल्स (ईएफआर) शिविर पर हुए हमले के सिलसिले में जेल में हैं। उन्हें पिछले साल फरवरी में दोषी ठहराया गया था। दरअसल, जेल से परीक्षा देने के बाद दाम ने राज्य पात्रता परीक्षा (एसईटी) पास कर ली थी। चूंकि जेल अधिकारी उसे पीएचडी करने की अनुमति देने के लिए अनिच्छुक थे, इसलिए वह अनशन पर बैठ गया।

जेल से की पीएचडी की पढाई

मानवाधिकार समूह एसोसिएशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ डेमोक्रेटिक राइट्स द्वारा दाम का मामला उठाए जाने के बाद जेल अधिकारियों ने अपना रुख नरम कर लिया। अर्नब दाम एक मेधावी छात्र के रूप में जाना जाता है। जिसने आईआईटी प्रवेश परीक्षा पास की और आईआईटी-खड़गपुर में प्रवेश पाया। कैंपस में रहते हुए वह माओवादी विचारधारा की ओर आकर्षित हुआ और अपने तीसरे सेमेस्टर की परीक्षा के बाद फरार हो गया। उसे 2012 में सिल्दा ईएफआर कैंप हमले के मामले में एक आरोपी के रूप में गिरफ्तार किया गया था। अर्नब दाम ने जेल में रहते हुए इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय से स्नातक और स्नातकोत्तर की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद उन्होंने बर्दवान स्टेट यूनिवर्सिटी से पीएचडी के लिए आवेदन किया।

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