India News (इंडिया न्यूज़), Uniform Civil Code, बरेली: देश में समान नागरिक संहिता को लेकर बवाल मचा हुआ है। खासतौर पर मुस्लिम संगठनों की तरफ से इसे लेकर विरोध जताया जा रहा है। वहीं, ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (All India Muslim Personal Law Board) ने इसे लेकर कहा है कि वह देश में UCC को लागू नहीं होने देंगे। इस बीच यूपी के बरेली में मस्जिद के बाहर इसके विरोध में बारकोड लगा दिए गए हैं। जिसे लेकर बवाल मचा हुआ है।

“मुसलमान ही नहीं, 220 जनजातियां भी होंगी प्रभावित”

बता दें कि इस बार बारकोड जमीयत उलेमा-ए-हिंद से लोगों ने लगाया है। मस्जिद में नमाज अदा करने आए नमाजियों ने अपने मोबाइल से बारकोड स्कैन कर UCC पर अपना विरोध जताया है। ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन और IMC के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा ने भी इसका जमकर विरोध किया। मौलाना तौकीर रजा ने यूसीसी को लेकर कहा, आगे की रणनीति UCC आने के बाद बनाएंगे। उन्होंने कहा, “UCC से केवल मुसलमान ही नहीं बल्कि 220 जनजातियां भी प्रभावित हो रही हैं। यह कानून नहीं आ सकता।”

हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे- नमाजी

समान नागरिकता कानून का जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने विरोध करते हुए शुक्रवार को बरेली में योमे दुआं मनाया। बरेली की मस्जिद पर इस दौरान बारकोड लगाया गया। नमाजियों ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। क्योंकि आजादी से पहले ही मुसलमानों को कुछ नियम कानून मिले हुए हैं। मुसलमान उन्हीं नियमों का पालन करते हैं।”

एक नमाजी ने कहा, “यूसीसी में मुसलमान ही नहीं, बल्कि अगर यह कानून लागू हो जाता है तो इससे बहुत जातियां प्रभावित होंगी। यह गलत है। हिंदू कानून अलग है। जैन कानून अलग है। इसी तरीके से मुसलमान भी अपने नियमों का पालन करते हैं। हम इसे कतई बर्दाश्त नहीं करेगें। इससे पहले लखनऊ और मुंबई में यूसीसी के खिलाफ मस्जिदों के बाहर बार कोड लगाए गए थे। बार कोड को जो भी स्कैन कर रहा है, वह यूसीसी के खिलाफ अपना समर्थन दे रहा है।”

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