दिल्ली नगर निगम के चुनाव के नतीजों को आए डेढ़ महीना हो गया हैं, इसके बावजूद अब तक दिल्ली को नया मेयर नहीं मिल पाया, लेकिन इसके लिए छह जनवरी को चुनाव होना था लेकिन उस दौरान सदन में हंगामे और तोड़-फोड़ के बाद चुनाव प्रक्रिया को स्थगित कर दिया गया पीठासीन अधिकारी सहित चार मनोनीत पार्षद ही शपथ ग्रहण कर पाए थे इस घटना के बाद कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी और बीजेपी की काफी आलोचना भी की थी और इसे एमसीडी के इतिहास का काला दिन बताया था।

बताया जा रहा है कि सदन में हुए हंगामे और तोड़-फोड़ से हुए नुकसान की रिकवरी की जाएगी इसके लिए वीडियो फुटेज से दोषियों की पहचान की जा रही है जानकारी के अनुसार एमसीडी के अधिकारी इस घटना से संबंधित रिपोर्ट को तैयार करने में जुटे हुए हैं जिसे एमसीडी सेक्रेटरी को भेजा जाएगा एमसीडी सेक्रेटरी, संबंधित पार्षदों को नुकसान की भरपाई के लिए नोटिस भेजेंगे अगर इसके बाद भी संबंधित सदस्य भरपाई नहीं करते हैं, तो एमसीडी कोर्ट जाकर पार्षदों से भरपाई कराएगी।

एक माइक की कीमत लगभग एक लाख रुपये

इससे पहले कभी भी इस तरह हंगामे से हुई तोड़-फोड़ की भरपाई का नोटिस किसी निर्वाचित सदस्य को नहीं दिया गया है आपकी जानकारी केे लिए बता दें कि हंगामे की दौरान सदन की चार माइक, एक टेबल और एक कुर्सी को नुकसान पहुंचा था मिली जानकारी के अनुसार, सदन में लगे माइक काफी महंगे हैं एक माइक की कीमत एक लाख रुपये के आसपास बताई गई है, एमसीडी सेक्रेटरी ऑफिस के कर्मियों के बैठने के लिए रखी एक कुर्सी और एक टेबल भी टूट गई है जिसकी भी भरपाई दोषी सदस्यों से ही करवाई जानी है।