India News(इंडिया न्यूज),Modi 3.0: लोकसभा 2024 के चुनाव में एनडीए की बहुमत के बाद लगातार कई सारे सवाल को लेकर अटकलें खड़ी हो रही है। जहां एनडीए के सहयोगी दलों की भारी भरकम मांग को लेकर कई सारी बातें सामने आ रही है वहीं इसी बीच एक  बड़ी खबर सामने आ रही है कि बीजेपी महत्वपूर्ण मंत्रालय अपने पास रखेगी तो सवाल ये खड़ा हो रहा है जिसको लेकर एनडीए के सहयोगी दल को अपनी उम्मीदे कम करने को लेकर कहा गया है।

  • पीएम मोदी आज लेंगे सपथ
  • एनडीए के सहयोगी दल की मांग
  • महत्वपूर्ण मंत्रालय पर बीजेपी की दावेदारी

आज मंत्रिमंडल लेंगे सपथ

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपने पूरे मंत्रिमंडल के साथ राष्ट्रपति भवन परिसर में नई सरकार की शपथ लेंगे। इसके लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। सहयोगी दलों से बातचीत भी लगभग शुरू हो गई है, शनिवार को भी चर्चा जारी रही। संकेत हैं कि भाजपा नेतृत्व ने एनडीए में अपने सहयोगी दलों को अपनी मांगों को एक सीमा तक ही रखने की सलाह दी है। भगवा पार्टी ने उन्हें आश्वासन दिया है कि अधूरी इच्छाओं पर बाद में उचित समय पर विचार किया जा सकता है।

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इन पदों पर बीजेपी की दावेदारी

वहीं इस मामले में लगातार खड़े हो रहे अटकलों के बीच सुत्रो ने बताया है कि कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी में शामिल चार मंत्रालयों (गृह, रक्षा, वित्त और विदेश) समेत कई अन्य महत्वपूर्ण मंत्रालय हैं जिन्हें भाजपा अपने पास रखेगी। वह उन मंत्रालयों पर चर्चा भी नहीं करना चाहती है। भाजपा शिक्षा, संसदीय कार्य, संस्कृति और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय अपने पास रख सकती है। लोकसभा अध्यक्ष का पद भी वह अपने पास रखेगी। हालांकि, 12-15 मंत्रालय सहयोगी दलों के खाते में जा सकते हैं।

टीडीपी और जेडीयू की मांग

फिलहाल एनडीए में टीडीपी 16 सांसदों और जेडीयू 12 सांसदों के साथ वरिष्ठ सहयोगी के रूप में उभरी है। दोनों को एक-एक कैबिनेट पद और एक-एक राज्य मंत्रालय का प्रस्ताव दिया गया है। शिरोमणि अकाली दल से भी बातचीत चल रही है। शिवसेना और लोजपा को भी मंत्रिमंडल में एक-एक पद का प्रस्ताव दिया गया है। रालोद के दो सांसद हैं। जयंत चौधरी के भी मंत्रिमंडल में शामिल होने की संभावना है।

पवन कल्याण की भूमिका

भाजपा शीर्ष नेतृत्व जन सेना के संस्थापक पवन कल्याण को मंत्रिमंडल में शामिल करने को उत्सुक है, जिनके दो सांसद हैं। अगर तेलुगु सिने स्टार दिल्ली जाने से इनकार करते हैं तो उनके सहयोगियों के खाते में एक और सीट जुड़ सकती है। सूत्रों ने बताया कि जन सेना के प्रतिनिधित्व पर फैसला टीडीपी प्रमुख और कल्याण के सहयोगी एन चंद्रबाबू नायडू से सलाह-मशविरा के बाद लिया जा सकता है।

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टीडीपी की भारी भरकम मांग

बातचीत में शामिल लोग चुप्पी साधे हुए हैं, लेकिन सूत्रों का कहना है कि श्रीकाकुलम से तीन बार सांसद रह चुके राम मोहन नायडू टीडीपी के कोटे से कैबिनेट में शामिल हो सकते हैं। पूर्व कैबिनेट मंत्री दिवंगत येरन नायडू के बेटे और टीडीपी के प्रदेश अध्यक्ष किंजरापु अचन्नायडू के भतीजे नायडू की उम्र महज 34 साल है, लेकिन उन्हें ओबीसी का उभरता चेहरा माना जा रहा है। कम्मा समुदाय से आने वाले डॉ. चंद्रशेखर पेम्मासानी के पास 5,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति है। वे गुंटूर से सांसद हैं। उन्हें राज्य मंत्री बनाया जा सकता है।

जेडीयू की मांग

जेडीयू नेता राजीव रंजन सिंह भले ही वरिष्ठ सांसद हैं, लेकिन बिहार के पूर्व जल संसाधन मंत्री संजय झा भी मजबूत दावेदार हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भरोसे के अलावा जेडीयू की एनडीए में वापसी में उनकी भूमिका के लिए भी बीजेपी उन्हें पसंद करती है। जेडीयू एमबीसी ब्लॉक से किसी को राज्य मंत्री बनाने पर विचार कर सकती है। इसमें राज्यसभा सांसद रामनाथ ठाकुर का नाम भी शामिल है।