India News(इंडिया न्यूज),Modi 3.0:  आज नरेंद्र मोदी रिकॉर्ड तीसरी बार शपथ ग्रहण करेंगे। जिसको लेकर देश की सियासत में जबरदस्त गर्माहट है वहीं दूसरी ओर सबकी नजर मोदी 3.0 के कैबिनेट पर है जिसको लेकर आज सुबह से ही कई दिग्गज नेताओं को फोन जाने लगे है। इसके साथ ही इस मामले में अब ज्योतिरादित्या सिंधिया का नाम सामने आ रहा है। तो आईए जानते है कि आखिर मोदी के तीसरे कार्यकाल में उनका कैबिनेट में क्या रोल होगा।

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ज्योतिरादित्य का राजनीतिक सफर

वो दिन 30 सितंबर 2001 का था जब ज्योतिरादित्य के पिता माधवराव सिंधिया की हवाई जहाज दुर्घटना में मृत्यु हो गई। जहां 18 दिसंबर को ज्योतिरादित्य राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए और अपने पिता की सीट गुना से चुनाव लड़ने का फैसला किया। 24 फरवरी को, उन्होंने 450,000 वोटों के अंतर से जीत हासिल की और सांसद बन गए। मई 2004 में उन्हें फिर से चुना गया और 2007 में केंद्रीय संचार और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री के रूप में केंद्रीय मंत्रिपरिषद में शामिल किया गया।

वहीं 2009 में उन्हें लगातार तीसरी बार फिर से चुना गया, इस बार वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री के रूप में। 2014 में, सिंधिया गुना से फिर से चुने गए लेकिन 2019 में कृष्ण पाल सिंह यादव से सीट हार गए। 10 मार्च 2020 को, उन्होंने अंतरिम पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा सौंपकर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस छोड़ दी। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने तब एक बयान जारी कर दावा किया कि उन्हें “पार्टी विरोधी गतिविधियों” के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था। वे 11 मार्च 2020 को भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए।

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मोदी कैबिनेट में हुए शामिल

2021 के कैबिनेट विस्तार में उन्हें मोदी सरकार के मंत्रिमंडल में शामिल किया गया। ज्योतिरादित्य सिंधिया को नागरिक उड्डयन मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई। दिलचस्प बात यह है कि यह मंत्रालय कभी ज्योतिरादित्य सिंधिया के पिता माधव राव सिंधिया के पास था। 2022 में नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को इस्पात मंत्रालय का प्रभार दिया जाएगा। आरसीपी सिंह का राज्यसभा कार्यकाल समाप्त होने के बाद उन्हें यह मंत्रालय मिला था।