India News (इंडिया न्यूज), Operation Sindoor: भारत ने हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पीओके में मौजूद आतंकियों के खिलाफ सशक्त जवाबी कार्रवाई की। इस ऑपरेशन के बाद पाकिस्तान ने भारत पर ड्रोन और मिसाइल के जरिए हमले की कोशिशें तेज कर दीं, लेकिन भारत के मजबूत एयर डिफेंस सिस्टम ने इन सभी हमलों को नाकाम कर दिया। इस सफलता के पीछे भारतीय सेना और केंद्र सरकार की कुशल रणनीति का बड़ा योगदान रहा है।
ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेना ने पाकिस्तान के भीतर गहराई तक हमला किया। इस कार्रवाई में लाहौर में स्थित चीन के एचक्यू-9 एयर डिफेंस यूनिट को तबाह कर दिया गया और पाकिस्तान के कई रडार सिस्टम को नष्ट किया गया। यह कार्रवाई भारतीय सेना की अद्भुत क्षमता और रणनीतिक तैयारी का प्रदर्शन है।
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भारत के एयर डिफेंस सिस्टम की मजबूती ने न केवल पाकिस्तान के हमलों को नाकाम किया बल्कि उसके एयर डिफेंस सिस्टम की कमजोरी को भी उजागर किया। यह ताकत पिछले एक दशक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में किए गए कई अहम फैसलों और योजनाओं का नतीजा है।
डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (डीआरडीओ) ने इस सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। डीआरडीओ की ड्रोन-रोधी तकनीक ने इंटीग्रेटेड काउंटर-अनमैंड एरियल सिस्टम (यूएएस) ग्रिड, एस-400 ट्रायम्फ सिस्टम, बराक-8 मिसाइलें और आकाश सतह-से-हवा मिसाइलों के साथ मिलकर एक मजबूत हवाई ढाल बनाई। यह ढाल पाकिस्तान के मिसाइल और ड्रोन हमलों को नाकाम करने में निर्णायक साबित हुई।
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भारत ने अपने एयर डिफेंस सिस्टम को एक महीने या एक साल में नहीं बल्कि करीब एक दशक में तैयार किया है। 2014 से मोदी सरकार ने डिफेंस सिस्टम को व्यवस्थित और मजबूत बनाने के लिए कई ऐतिहासिक कदम उठाए।
2018 में भारत ने 35,000 करोड़ रुपये की लागत से रूस से पांच एस-400 ट्रायम्फ स्क्वाड्रन का सौदा किया। इनमें से तीन स्क्वाड्रन अब चीन और पाकिस्तान की सीमाओं पर तैनात हैं। यह सिस्टम दुनिया के सबसे उन्नत एयर डिफेंस सिस्टम में से एक माना जाता है।
बराक-8 मध्यम दूरी की सतह-से-हवा मिसाइलें भारत की हवाई सुरक्षा को मजबूत करने में अहम रही हैं। 2017 में इजराइल के साथ 2.5 बिलियन डॉलर के सौदे के तहत यह सिस्टम तैनात किया गया, जो अब भटिंडा और अन्य महत्वपूर्ण ठिकानों की रक्षा कर रहा है।
भारत में निर्मित आकाश मिसाइलें और डीआरडीओ का काउंटर ड्रोन सिस्टम भी हवाई हमलों से सुरक्षा प्रदान करने में बड़ी भूमिका निभा रहे हैं। ये सिस्टम न केवल दुश्मन के हमलों को नाकाम कर रहे हैं बल्कि भारत को आत्मनिर्भर बनने की दिशा में भी प्रेरित कर रहे हैं।
ऑपरेशन सिंदूर और भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम की सफलता ने पाकिस्तान और उसके समर्थकों को स्पष्ट संदेश दिया है कि भारत अपनी सुरक्षा के प्रति पूरी तरह सतर्क और सक्षम है। इसने यह भी दिखा दिया कि भारतीय सेना और सरकार किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं।
भारत की एयर डिफेंस क्षमता उसकी राष्ट्रीय सुरक्षा का एक मजबूत स्तंभ बन चुकी है। डीआरडीओ, भारतीय सेना और केंद्र सरकार की सामूहिक कोशिशों ने इसे संभव बनाया है। ऑपरेशन सिंदूर की सफलता इस बात का प्रमाण है कि भारत ने पिछले एक दशक में अपनी रक्षा तैयारियों को कितनी गंभीरता और मेहनत से विकसित किया है। यह न केवल भारतीय नागरिकों को सुरक्षा का विश्वास देता है बल्कि दुश्मन देशों को भी अपनी सीमाओं से दूर रहने की चेतावनी देता है।