India News(इंडिया न्यूज), MP Assembly Elections: मध्य प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां अपने दम खम के साथ मैदान पर उतरी हैं। राज्य में सबसे ज्यादा रस्सा-कशी का खेल कांग्रेस और बीजेपी के बीच देखा जा रहा है। राज्य के मुख्यमंत्री शिव राज सिंह चौहान आए दिन कांग्रेस पर हमलावर रहते है। हाल ही में बीजेपी द्वारा विधासभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी की गई है, जिसे लेकर सीएम शिव राज सिंह चौैहान का दावा है कि कांग्रेस उम्मीदवारों की लिस्ट देख कर घबरा गई है।

वहीं, उनके इस दावे पर कांग्रेस के दिग्गज नेता और राज्य के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने शिवराज सिंह पर तंज कसा और नया दावा किया है। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि शिवराज सिंह चौहान घबराए हुए हैं क्योंकि उनके टिकट का ऐलान नहीं हुआ है और बाकी लोगों का हो गया।

बीजेपी की 39 सीटों पर उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी

मध्य प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर सोमवार को बीजेपी ने 39 सीटों पर उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी की है। बीजेपी ने इस लिस्ट में सब को चौैका दिया। दरअसल पार्टी ने इस बार एमपी विधानसभा के लिए संसदों समेत केंद्र मंत्रियों को भी मैदान पर उतार दिया है। इस लिस्ट मे केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, प्रह्लाद सिंह पटेल और फग्गन सिंह कुलस्ते सहित कई दिग्गजों के नाम शामिल है। एमपी की 230 विधानसभा सीटों में से अब तक बीजेपी ने 78 सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया है। वहीं बीजेपी ने इस लिस्ट में परिवाद को बड़ा झटका लगा है।

बीजेपी की दूसरी सूची से परिवारवाद को झटका

बीजेपी ने दूसरी सूची से परिवारवाद को झटका दिया है। बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को टिकट दिया है। ऐसे में अब उनके बेटे आकाश विजयवर्गीय को टिकट मिलने की संभावना नही है। ऐसे ही बीजेपी ने जालम सिंह पटेल का टिकट काटकर उनके भाई और केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल को विधानसभा चुनाव में उतारने का फैसला किया है।

चुनाव में पीएम मोदी एक बड़ा चेहरा

बीजेपी मध्यप्रदेश में सामूहिक नेतृत्व और पीएम मोदी के चेहरे को लेकर चुनाव में जा रही है। ऐसे में बीजेपी में केंद्रीय मंत्रियों और सासंदो को टिकट देकर ये संदेश भी दिया है कि चुनाव बाद सीएम बनने विकल्प खुला है। ऐसे में अगर इन सासंदो को क्षेत्र, संभाग और जिले में बीजेपी जीतती है तो इनकी लॉटरी लग सकती है। ऐसे में बीजेपी को लगता है कि जनता और कार्यकर्ता पूरी ताकत से पार्टी को जिताने में जुट जाएंगे।

दरअसल, मध्यप्रदेश में एक लोकसभा क्षेत्र में 6 से 8 विधानसभा सीटें आती हैं। ऐसे में अगर एक नेता इन विधानसभा सीटों से जीतकर सांसद बन सकता है तो फिर एक विधानसभा सीट क्यों नही जीत सकता। बीजेपी को लगता है कि सासंद अगर विधानसभा की चुनाव लड़ता है तो उसके लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाली सभी 7-8 सीटों पर पार्टी की जीत का माहौल बनेगा।

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