India News(इंडिया न्यूज), Mughal Harem: मुगल इतिहास में ऐसी कई हिंदू राजपूत राजकुमारियां थी। जो मुगल हरम में लाई गईं थीं। हिंदू राजपूत राजकुमारियां अपने बहादुरी और खूबसूरती के लिए जानी जाती थी।ये राजकुमारियां इतनी खूबसूरत थीं की मुगल शासकों ने न केवल इनसे निकाह किया बल्कि हरम में उनको खास ओहदे भी दिए थे।
आपको मुगल साम्राज्य की कुछ ऐसी बेगमों के बारे में बताने जा रहे हैं जो निकाह के बाद मुस्लिम बनीं ।इतावली चिकित्सक मनूची के मुगल इंडिया और अबूल फजल की किताब में हरम से जुड़ी कई बातें लिखी गई हैं।

हरका बाई

अकबर की चौथी पत्नी जोधा अकबर का असली नाम हरका बाई उर्फ हीर कांवर या हीरा कुमारी था। जोधा अकबर को हरम में मरियम-उज़-ज़मानी का दर्जा मिला था। उनका निकाह एक राजनीतिक समझौता था।
हरखा बाई आमेर के राजा भारमल कछवाहा की बेटी थीं। आमेर एक छोटा सा राज्य था जहाँ उत्तराधिकार की लड़ाई चल रही थी। राजा भारमल अपने भाई पूरनमल के साथ आमेर की गद्दी के लिए लड़ रहे थे। उनके पड़ोसी राठौड़ परिवार की भी नज़र उनके राज्य पर थी।

राजा भारमल के भाई को मुगल गवर्नर मिर्जा शराफुद्दीन हुसैन का समर्थन मिल रहा था।

इरा मुखोटी, जिन्होंने अकबर की एक और जीवनी ‘अकबर द ग्रेट मुगल: द डेफिनिटिव बायोग्राफी’ लिखी है, लिखती हैं, “राजा भारमल एक अच्छे रणनीतिकार थे। उन्होंने अपने भाई पर काबू पाने के लिए अकबर की मदद मांगी और अपनी बेटी हरखा की शादी का प्रस्ताव रखा।

मानबाई

मान बाई आमेर की राजकुमारी थीं, वे जनरल मान सिंह की बहन थीं, जो मुगल सम्राट अकबर के नौ रत्नों में से एक थे। इतिहासकारों के अनुसार अकबर जहांगीर की बुरी आदतों से वाकिफ था। इसीलिए उसने जहांगीर से शादी करने का फैसला किया। इसके लिए अकबर ने मान सिंह के सामने मान बाई को जहांगीर की बेगम बनाने का प्रस्ताव रखा। जिसे मान सिंह ने खुशी-खुशी स्वीकार कर लिया। इतिहासकारों के अनुसार मान बाई की शादी बहुत कम उम्र में ही जहांगीर से कर दी गई थी। शादी के बाद ही मान बाई को शाह बेगम की उपाधि मिली थी। यह इतनी बहादुर थीं कि इन्हें ‘द रॉयल लेडी’ भी कहा जाता था। मानबाई  का नाम बदलकर शाह बेगम रख दिया गया था।

जगत गोसाई

जहांगीर की एक और बीवी हिंदू थीं, जिनका नाम जगत गोसाई था। शादी के बाद बिलकिस मकानी के नाम से जानी जाती थी।