India News (इंडिया न्यूज), Mukhtar Ansari Death: नेता से माफिया बने मुख्तार अंसारी आज भले ही इस दुनिया से चले गए हों लेकिन एक समय था जब वह पूर्वांचल में लोकप्रिय थे। जैसे ही मुख्तार आपराधिक गतिविधियों में शामिल हुआ, उसके खिलाफ मुकदमे दर्ज होने लगे। चाहे रूंगटा के परिवार को धमकी देने का मामला हो या फिर बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय की हत्या का हो या चाहे मन्ना हत्याकांड के गवाह रामचन्द्र मौर्य की हत्या हो या फिर फर्जी शस्त्र लाइसेंस लेने का मामला। एक के बाद एक मुख्तार अंसारी पर करीब 65 मुकदमे दर्ज हो गए. इनमें से करीब 19 मामले लंबित हैं। इनमें से आठ मामलों में मुख्तार को पहले ही दोषी ठहराया जा चुका था। 2005 में मुख्तार अंसारी को पहली बार जेल हुई थी।
मुख्तार की जेलें जरूर बदलीं लेकिन उनका रुतबा हमेशा बरकरार रहा। जेल में रहने के बावजूद मुख्तार अंसारी के नाम पर अच्छे-अच्छों के पसीने छूट जाते थे। मुख्तार अंसारी भी कुछ महीने पंजाब की जेल में रहकर वापस आ गए हैं। साल 2017 में योगी सरकार आने के बाद माफियाओं पर नकेल कसी गई और मुख्तार की भी हिम्मत टूट गई. कुछ ही देर में मुख्तार घुटनों पर आ गया। मुख्तार पिछले कई महीनों से बांदा जेल में बंद थे।
कहां- कहां दर्ज है मामला ?
बता दें कि, मुख्तार अंसारी के खिलाफ कई जिलों में 65 मुकदमे दर्ज हैं. पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक मुख्तार अंसारी के सबसे ज्यादा मामले गाजीपुर में दर्ज हैं। इसके अलावा वाराणसी, आज़मगढ़, मऊ, नई दिल्ली, पंजाब, चंदौली, सोनभद्र, आगरा, लखनऊ, बाराबंकी, बांदा में भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।
मुख्तार अंसारी पर कब हुई कार्रवाई?
बता दें कि, योगी सरकार आने के बाद प्रदेश में माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई का सिलसिला शुरू हो गया है। सरकार और प्रशासन ने मिलकर सबसे पहले माफिया की कमर तोड़ी। सरकार ने इन माफियाओं की कमर तोड़ने के लिए सबसे पहले उनकी संपत्ति जब्त की। 11 नवंबर 2020 को मुख्तार की पत्नी और 22 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर ली गई है। इसके बाद 13 नवंबर को मुख्तार के दलित जमीन पर बने गोदाम पर बुलडोजर चला दिया गया। 9 जून 2021 को बेटे अब्बास और उमर के नाम दर्ज जमीन जब्त कर ली गई। 3 अगस्त को मुख्तार के बहनोई आतिफ का आलीशान बंगला सील कर दिया गया था। इसी साल 26 अक्टूबर को मुख्तार के ग़ाज़ीपुर में बन रहे कॉम्प्लेक्स को सील कर दिया गया था। नवंबर में लखनऊ के हुसैनगंज में मुख्तार की 3 करोड़ की संपत्ति जब्त की गई थी। 22 दिसंबर को मुख्तार की 17 दुकानें सील कर दी गईं। 23 फरवरी 2022 को विधानसभा चुनाव के दौरान मुख्तार के गजल होटल पर मोर्टार गिराया गया था। इस दौरान 72 लाख रुपये के आभूषण भी जब्त किये गये। मुख्तार और उनके परिवार के खिलाफ सरकारी कार्रवाई रुकी। आगे भी जारी रखा।
मुख्तार के खिलाफ चर्चित मामले-
- ग़ाज़ीपुर में बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय की हत्या
- मन्ना हत्याकांड के गवाह रामचन्द्र मौर्य की हत्या।
- फर्जी शस्त्र लाइसेंस बनवाने पर केस
- कांग्रेस नेता अजय राय के भाई की हत्या
- मऊ में ए श्रेणी के ठेकेदार मन्ना सिंह हत्याकांड
- रामचन्द्र मौर्य के बॉडी गार्ड सिपाही सतीश हत्याकांड।
- इलाहाबाद की विशेष एमएलए कोर्ट में गैंगस्टर के चार मुकदमे।
- आज़मगढ़ के ऐराकला गांव में मजदूर की हत्या।
- 1996 में ग़ाज़ीपुर में एएसपी शंकर जयसवाल पर जानलेवा हमला।
- 1997 में पूर्वांचल के कोयला कारोबारी रूंगटा का अपहरण कर लिया गया था।
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