India News (इंडिया न्यूज)Murshidabad Violence: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में पिछले कुछ दिनों में काफी हिंसा हुई थी। वक्फ संशोधन अधिनियम के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शन देखने को मिले थे जिसमें कम से कम 3 लोगों की मौत हो गई थी और कई अन्य घायल हो गए थे। मुर्शिदाबाद के शमशेरगंज के जाफराबाद में भी पिता-पुत्र की हत्या कर दी गई थी। अब इस हत्या के मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मंगलवार दोपहर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए एडीजी दक्षिण बंगाल सुप्रतिम सरकार ने कहा कि इस घटना में गिरफ्तार आरोपी कालू नदाव और दिलदार नदाव भाई हैं।
एडीजी दक्षिण बंगाल ने बताया है कि कालू नदाब बीरभूम के मुरारई इलाके का रहने वाला है और दिलदार नदाब सूती थाने के बांग्लादेश सीमा से सटे इलाके का रहने वाला है। ये दोनों हरगोविंद दास और चंदन दास की हत्या में सीधे तौर पर शामिल थे। इनका घर सूती थाना क्षेत्र के जाफराबाद से सटे झिकरी इलाके में है। एडीजी ने बताया कि इसके अलावा कई सोशल मीडिया आउटलेट्स पर भी इस घटना पर नजर रखी जाएगी। गांवों और विभिन्न जगहों पर केंद्रीय बलों की तैनाती की गई है। विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर नजर रखी गई है। 1093 फर्जी अकाउंट की पहचान की गई है।
दरअसल, मुर्शिदाबाद में वक्फ कानून के विरोध में फैली हिंसा के दौरान शमशेरगंज इलाके में एक पिता और उसके बेटे की हत्या कर दी गई थी। जानकारी के मुताबिक, हरगोविंद दास (74) के घर पर उपद्रवियों ने अचानकसे हमला कर दिया था। पिता को बचाने के लिए 40 साल का चंदन दास भी वहां गया लेकिन उसके ऊपर भी धारदार हथियारों से हमला किया गया। इस हमले में पिता और पुत्र की घर के बाहर ही मौत हो गई।
मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ संशोधन काननू को लेकर हिंसा की किसी घटना को रोकने के लिए जंगीपुर, धुलियान, सुती और शमशेरगंज में BSF, CRPF, राज्य सशस्त्र पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स के जवानों को बड़ी संख्या में तैनात किया गया है। अधिकारियों ने बताया है कि बीके 48 घंटे में इलाके में हिंसा की कोई नयी घटना नहीं हुई है। अधिकारियों के मुताबिक, दंगा प्रभावित इलाकों में स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है।