इंडिया न्यूज़, नई दिल्ली :

Muslim Teacher in Gujarat Teaching Bhagwat Geeta in School भारतीय समाज में जहां कुछ लोग धर्म की राजनीती करते है तो वहीं कुछ धर्म का सही अर्थ समझाते हैं। ऐसा ही एक अच्छा उदाहरण गुजरात के एक शिक्षक ने समाज के सामने पेश किया है। गुजरात में कक्षा 6 से 12 के पाठ्यक्रम में भगवद गीता को शामिल किए जाने से बहुत पहले, एक मुस्लिम स्कूल शिक्षक सूरत के मंगरोल तालुका में अपने छात्रों को इसका पाठ पढ़ा रहा है।

जाखड़दा प्राइमरी स्कूल में ड्यूटी पर तैनात (Gujarat Muslim Bhagwat Geeta) शिक्षक शाह मोहम्मद सईद पिछले 12 साल से स्कूल से जुड़े हुए हैं। वे शुरू से ही बच्चों को बिना किसी धार्मिक बाधा के संस्कृति के बारे में शिक्षित करने में सफल रहे।

2012 से पढ़ा रहे हैं गीता

Muslim Teacher in Gujarat Teaching Bhagwat Geeta in School: शिक्षक ने बताया की हम 2012 से सभी स्कूली बच्चों को गीता पढ़ा रहे हैं, बच्चे हर दिन अपने घर पर गीता का एक पृष्ठ पढ़ते हैं और अगले दिन अपने सहपाठियों को समझाते हैं,” वे कहते हैं। “‘रविवार को, हम गाँव के एक घर पहुँचते हैं जहाँ बच्चे और मैं घर के बाहर गीता का पाठ करते हैं। लोग श्लोक सुनने आते हैं। इस तरह आज पूरे गाँव में गीता का पाठ किया जाता है।”

दोनों समुदायों को पढ़ाई जाती है गीता

सईद का कहना है कि जब वह पहली बार आया तो गांव में एक भी गीता नहीं थी। वे उन दिनों को याद करते हैं, जब वे इतने सारे लोगों के लिए गीता की प्रतियां लाए थे। उन्होने बताया यहां हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदायों के लगभग 72 बच्चे हैं और सभी को गीता के अध्याय पढ़ाए जाते हैं।

गीता पढ़ने के लाभों के बारे में, सईद कहते हैं कि यह अच्छे शिष्टाचार को विकसित करने में मदद करता है। (Gujarat Government) इस पर गांव के सरपंच जगदीश वसावा ने कहा कि बच्चे अब अपने तरीके से जरूरतमंदों की मदद कर रहे हैं।

Also Read : रजविंदर सिंह अमेरिका की नौकरी छोड़ आए अपने वतन वापस, कारण जान चौंक जाएंगे आप Rajwinder Singh’s Journey from America to Punjab

Connect With Us : Twitter | Facebook Youtube