India News (इंडिया न्यूज), Sambhal Shahi Masjid Case : यूपी के संभल में स्थित शाही जामा मस्जिद को लेकर विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी के बाद गाजियाबाद के डासना देवी मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती ने भी इसे लेकर बयान दिया है। मौलाना महमूद मदनी के बयान पर नरसिंहानंद सरस्वती ने भी पलटवार किया है। नरसिंहानंद ने कहा है कि इतिहास की पुरानी बातें खोदने से सच सामने आ जाएगा कि आपके पूर्वजों ने इस देश के साथ क्या किया है। आप अकेली कौम है जो सच सामने आने से डरती है। आपको बता दें कि हिंदू पक्ष ने दावा किया है कि शाही जामा मस्जिद हरिहर मंदिर है। इसके चलते ये मामला कोर्ट में चल रहा है। इसे लेकर मौलाना महमूद मदनी ने बयान दिया था कि इतिहास की पुरानी बातें खोदने से देश को गंभीर नुकसान हो रहा है।
नरसिंहानंद सरस्वती ने किया पलटवार
नरसिंहानंद सरस्वती ने जामा मस्जिद को लेकर कहा कि, हरिहर मंदिर, जिसे जिहादियों ने तोड़कर मस्जिद में तब्दील कर दिया था, आज वह विवाद सामने आ गया है और कोर्ट ने इस पूरे परिसर का सर्वेक्षण करने का आदेश दिया है। उन्होंने आगे कहा, इतिहास की कब्रें खोदने से सच्चाई सामने आएगी, पूरी दुनिया को पता चलेगा कि आपने, आपके पूर्वजों ने, अरब से आए लुटेरों ने इस देश के साथ, इस देश की संस्कृति के साथ, पूरी मानवता के साथ क्या किया। आपको सच्चाई सामने आने का डर क्यों है?
आप दुनिया में एकमात्र समुदाय हैं जो सच्चाई सामने आने से डरते हैं। अगर अरब की मस्जिदों, मक्का की मस्जिदों का सर्वेक्षण किया जाए, तो उनके नीचे कोई न कोई मंदिर, मठ या कोई पूजा स्थल जरूर मिलेगा। इन सर्वेक्षणों के बाद, हमें ये मंदिर मिलेंगे या नहीं, यह तो भगवान ही जाने, लेकिन इस्लाम का काला सच पूरी दुनिया के सामने आ जाएगा।
वक्फ पर भी निशाना
नरसिंहानंद सरस्वती ने वक्फ पर भी निशाना साधा है। नरसिंहानंद ने कहा कि, आप वक्फ के नाम पर हमारे पूरे देश को ले जा रहे हैं, जहां आपका कोई हक नहीं है, क्योंकि आपके पूर्वज अपना हिस्सा लेकर पाकिस्तान चले गए। फिर भी आप वक्फ के नाम पर हमें लूटने पर उतारू हैं और अगर हम सच सामने लाने की कोशिश करते हैं तो हमें धमकाते हैं। हम हिंदू अब आपकी इस धमकी को समझ चुके हैं।
29 नवंबर तक आएगी रिपोर्ट
जामा मस्जिद परिसर के सर्वे की रिपोर्ट 29 नवंबर तक मांगी गई है। मंगलवार देर शाम आयोग की टीम ने पुलिस प्रशासन की टीम के साथ मस्जिद के अंदर सर्वे किया है। इसे लेकर जमीयत उलेमा हिंद और उसके अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने बयान दिया है कि इतिहास की पुरानी कब्रों को खोदने से देश को गंभीर नुकसान होगा।
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