India News(इंडिया न्यूज),Narendra Modi Cabinet 3.0: आज शाम तक देश की नई सरकार अस्तित्व में आ जाएगी, जिसमें नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं। इस बीच बड़ी खबर सामने आई है कि प्रदेश की विदिशा सीट से 8 लाख से ज्यादा वोटों की भारी जीत हासिल कर सांसद चुने गए शिवराज सिंह चौहान और गुना लोकसभा सीट से भारी बहुमत से जीतकर सांसद चुने गए ज्योतिरादित्य सिंधिया और धार से सांसद सावित्री ठाकुर को दिल्ली से बुलाया गया है। यानी यह तय है कि मोदी कैबिनेट (Modi Cabinet 3.0) में शिवराज और सिंधिया को बड़ी जिम्मेदारी मिलने जा रही है। जानकारी के लिए बता दें कि नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री पद की शपथ (Narendra Modi PM swearing) लेने के साथ ही 35 अन्य सांसद भी मंत्री पद की शपथ लेंगे।
- शिवराज की फोन की बजी घंटी
- धका सांसद सावित्री को आया कॉल
- मोदी कैबिनेट में शामिल होना हुआ तय
- आज मोदी रिकॉर्ड तीसरी बार लेंगे शपथ
शिवराज और सिंधिया की फोन की घंटी
राजनीतिक जानकारों की मानें तो बड़ी जीत दर्ज करने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया और शिवराज सिंह चौहान का नाम मंत्रिमंडल के लिए फाइनल है। दोनों को बड़ा मंत्रालय मिलने की भी उम्मीद है। इसके अलावा मध्य प्रदेश से 2-3 और मंत्री बनाए जा सकते हैं। ऐसे में किन-किन नामों पर चर्चा चल रही है। आपको बता दें कि मोदी 2.0 में मध्य प्रदेश से नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद पटेल, वीरेंद्र खटीक, फग्गन कुलस्ते और ज्योतिरादित्य सिंधिया मंत्री थे। इनमें से प्रहलाद पटेल और नरेंद्र सिंह तोमर का नाम अब अलग हो गया है। प्रहलाद पटेल मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री हैं, जबकि नरेंद्र सिंह तोमर विधानसभा अध्यक्ष हैं।
कैसा है शिवराज का राजनीतिक सफर
वहीं बात अगर एमपी के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान की करें तो राजनीति की शुरूआत 1977-78 में वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के संगठन मंत्री बने। 1975 से 1980 तक वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, मध्य प्रदेश के संयुक्त मंत्री रहे। 1980 से 1982 तक वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रदेश महामंत्री रहे, 1982-83 में वे परिषद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य रहे, 1984-85 में वे भारतीय जनता युवा मोर्चा, मध्य प्रदेश के संयुक्त मंत्री रहे, 1985 से 1988 तक वे महामंत्री रहे तथा 1988 से 1991 तक वे युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रहे।
शिवराज कब बने सीएम
इसके साथ ही जानकारी के लिए बता दें कि चौहान को 2005 में भारतीय जनता पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया। 29 नवंबर 2005 को चौहान ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। राज्य की 13वीं विधानसभा के चुनाव में चौहान ने भारतीय जनता पार्टी के स्टार प्रचारक की भूमिका निभाई और चुनाव जीता। 10 दिसंबर 2008 को भारतीय जनता पार्टी के 143 सदस्यीय विधायक दल द्वारा चौहान को सर्वसम्मति से नेता चुना गया। चौहान ने 12 दिसंबर 2008 को भोपाल के जंबूरी मैदान में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ ली।
आज पीएम मोदी का शपथ ग्रहण
आपको बता दें कि शाम 7.15 बजे नरेंद्र मोदी दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन में तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। इसके साथ ही मोदी जवाहरलाल नेहरू के बाद देश के दूसरे ऐसे प्रधानमंत्री बन जाएंगे, जो तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री चुने जाएंगे। जानकारी सामने आई है कि नरेंद्र मोदी के पीएम पद की शपथ लेने के साथ ही देशभर से करीब 35 सांसद भी मंत्री पद की शपथ लेंगे। इनमें मध्य प्रदेश से शिवराज सिंह चौहान और ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम फाइनल हो चुका है। हालांकि, यह भी पता चला है कि इस बार मध्य प्रदेश ने बीजेपी को दोबारा सत्ता में लाने में बड़ा योगदान दिया है, इसलिए एक या दो और सांसदों को मोदी कैबिनेट में जगह मिल सकती है।