India News(इंडिया न्यूज),Narendra Modi: आज से 26 साल पहले यानी 1998 में जब राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) का गठन हुआ था तब देश अल्पमत गठबंधन सरकारों के दौर से गुजर रहा था। जिसको लेकर नरेंद्र मोदी ने एक भविष्यवाणी की थी जो कि आज सच साबित होती हुई दिख रही है। जानकारी के लिए बता दें कि दशकों से कोई भी सरकार पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं कर पाई थी। सितंबर 1999 में जब अटल बिहारी वाजपेयी एनडीए के नेता और देश के प्रधानमंत्री थे तब नरेंद्र मोदी भाजपा के सबसे युवा महासचिव थे।

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पीएम मोदी ने की थी भविष्यवाणी

एक इंटरव्यू में मोदी ने एनडीए के बारे में भविष्यवाणी करते हुए कहा था कि एनडीए देश के राजनीतिक इतिहास का सबसे सफल गठबंधन साबित होगा। नरेंद्र मोदी की यह भविष्यवाणी अब सच साबित हो रही है क्योंकि लगातार तीसरी बार एनडीए गठबंधन देश में पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रहा है। एनडीए देश का पहला गठबंधन था, जिसकी सरकार पूरे पांच साल चली। हालांकि, इसके बाद कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूपीए गठबंधन ने भी 10 साल तक सरकार चलाई। लेकिन, बाद में यह गठबंधन भंग हो गया।

एनडीए के गठन का कारण

एक साक्षात्कार में नरेंद्र मोदी ने एनडीए को व्यापक स्पेक्ट्रम वाला गठबंधन बताते हुए कहा था कि एनडीए का गठन किसी को हराने या किसी का रास्ता रोकने की संकीर्ण मानसिकता से नहीं हुआ था, बल्कि एनडीए का उद्देश्य राष्ट्र प्रथम की भावना के साथ देश को स्थिर शासन देना है।

दरअसल, एनके सिंह ने सवाल पूछा था कि चूंकि एनडीए में शामिल दल वैचारिक रूप से अलग-अलग हैं, तो क्या यह गठबंधन देश की जनता को वोट के लिए धोखा देने के लिए बनाया गया है? इसका जवाब देते हुए मोदी ने कहा, यह दरअसल एक प्रयोग है, जो भारतीय राजनीति के इतिहास में एक आदर्श उदाहरण के रूप में दर्ज होगा।

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नरेंद्र मोदी तब थे बीजेपी के महासचिव

राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) इंद्रधनुष की तरह है, जहां सातों रंग एक साथ देखे जा सकते हैं। यह इंद्रधनुष बना रहेगा और सूरज (अटल बिहारी वाजपेयी) की किरणों में और चमकेगा। दशकों पहले गठबंधन को लेकर नरेंद्र मोदी का यह नजरिया यह भी दर्शाता है कि वे गठबंधन सरकारों के कामकाज के तरीकों से वाकिफ हैं और दरअसल, जब एनडीए का गठन हुआ था। नरेंद्र मोदी तब भाजपा के महासचिव के तौर पर वे गठबंधन सरकार के कामकाज को करीब से देख और समझ रहे थे।