India News (इंडिया न्यूज़) Nari Shakti Vandan Adhiniyam: पांच दिनों तक चलने वाली संसद की विशेष बैठक मंगलवार, 19 सितंबर को एक नए भवन में स्थानांतरित हो गई है। यह गणेश चतुर्थी के पावन अवसर पर हुआ। इससे पहले लोकसभा और राज्यसभा के सभी सदस्यों ने पुराने संसद भवन में एक साथ तस्वीरें लीं और फिर वे सभी नए भवन में गए। नए संसद भवन में कार्य शुरू करते ही प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा में संबोधन किया और कहा कि आज का दिन कई मायनों में विशेष है। उन्होंने कहा कि यह उस आजादी की एक नई शुरुआत की तरह है जो हमें काफी समय पहले मिली थी।
महिला आरक्षण बिल: महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ाने हेतु
अपने भाषण में पीएम मोदी ने एक बिल को खास नाम दिया जिसे महिला आरक्षण बिल कहा गया है। उन्होंने कहा कि पहले भी अन्य लोगों ने इस विधेयक को संसद में बनाने की कोशिश की थी, लेकिन उनका मानना है कि भगवान ने उन्हें इस महत्वपूर्ण काम के लिए चुना है। इस विधेयक को नारी शक्ति वंदन अधिनियम कहा जाता है और अधिनियम यह सुनिश्चित करने में मदद करेगा कि अधिक महिलाएं संसद और विधानसभाओं में सरकार का हिस्सा बन सकें और महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़े।
व्यक्ति के आचरण अनुसार तय होगा कौन कहा विराजमान होगा
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में आगे बताया कि, ‘अभी चुनाव काफी दूर हैं और जितना समय हमारे पास बचा है, मैं पक्का मानता हूं कि जो जैसा आचरण रखेगा उसके अनुसार तय किया जाएगा की कौन कहा बैठेगा।’
लोकसभा में महिलाओं के लिए 33% सीटें आरक्षित
केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने नारी शक्ति वंदन अधिनियम नामक एक नया कानून पेश किया। उन्होंने बताया कि यह कानून महिला सदस्यों के लिए लोकसभा में 181 सीटें आरक्षित करेगा। इसका मतलब यह है कि अधिक महिलाओं को सरकार का हिस्सा बनने का अवसर मिलेगा। कानून यह भी बताता है कि महिलाओं के लिए यह आरक्षण 15 साल तक रहेगा।
Also Read:
- Parliament: महिला आरक्षण बिल के बाद लोकसभा स्थगित, 20 सितंबर को राज्यसभा में पेश होगा विधेयक
- Parliament Special Session Live: नए संसद भवन की लोकसभा में पेश किया गया महिला आरक्षण बिल