क्या आपके विवाह में भी अड़चनें आ रही हैं?क्या लंबे समय से आपको आपका जीवनसाथी नहीं मिल रहा है?अब आपको परेशान होने की कोई आवश्यकता नही है। नवरात्रि में मां दुर्गा की आराधना करने से सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
इसके लिए आपको नवरात्रि के छठे दिन देवी कात्यायनी की पूजा अर्चना करनी होगी, ऐसा करने से शीघ्र ही आपकी यह इच्छा फलीभूत होगी। देवी कात्यायनी अविवाहित कन्याओं को मनपसंद पति पाने की बाधाएं दूर करती हैं।
मनोकामना पूर्ण करने के लिए कैसे करनी है पूजा?
मां कात्यायनी को पीला रंग अति प्रिय है, ऐसे में पीला या लाल वस्त्र धारण कर संध्याकाल में माता की पूजा करें। साथ ही माता को पीले रंग के सुगंधित पुष्प, नैवेद्य अर्पित करें। सके साथ मां को शहद का भोग अवश्य लगाएं, इससे माता प्रसन्न होंगी और विवाह सम्बन्धी अड़चनें दूर हो जाएगी।
इस मंत्र का जाप करें
माता के सामने घी का दीपक जलाएं विधि-विधान से पूजा करें इसके बाद हल्दी की तीन गांठें अर्पित करें मां से मनोकामना पूर्ण होने की प्रार्थना करें। मां कात्यायनी के समक्ष चंदन या किसी भी माला से *‘कात्यायनी महामाये, महायोगिन्यधीश्वरी नन्दगोपसुतम् देवी, पति मे कुरु ते नमः।।’* इस मंत्र का एक माला जप करें
हल्दी की गांठों का ऐसे करें इस्तेमाल
पूजा सम्पन्न होने के बाद हल्दी की गांठों को पीले कपड़े में बांधकर अपने पास रख लें, नैवेद्य (ईश्वर को चढ़ाने वाला प्रशाद) को घर में बांटे और शहद को विशेष रूप से यदि लड़का या लड़की स्वयं ग्रहण करें। जल में मिलाकर चेहरा निरंतर धोएं। ऐसा करने से विवाह होने में आने वाली बाधाएं दूर होकर मनचाहा वर या वधु मिल जाते हैं और सुगम वैवाहिक जीवन चलता है।
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