India News (इंडिया न्यूज), NEET Paper Leak Case: नीट पेपर कांड में कई एंगल्स से जांच चल रही है। यही वजह है कि हर तरफ से आए दिन नए अपडेट सामने आ रहे हैं। इस केस में अब तक 24 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. जिसमें से 13 लोगों को बिहार के पटना, झारखंड के देवघर से 5, गुजरात के गोधरा से 5, महाराष्ट्र के लातूर से एक शख्स को गिरफ्तार (24 Arrested In NEET Case) किया गया है. इस बीच हाल ही में ईओयू (EOU) की जांच में एक और बड़ा खुलासा हुआ है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ‘सॉल्वर गैंग’ और पेपर लीक माफिया की पोल खुल गई है।
- पेपर लीक माफिया और साइबर क्रिमिनल्स के कनेक्शन पर खुलासा
- मास्टरमाइंड संजीव मुखिया के भांजे ने ‘सॉल्वर गैंग’ के लिए लगाया जुगाड़
- 10 MBBS छात्रों पर रखी जा रही नजर
Paper Leak Mafia और Cyber Criminals के जुड़े तार
धड़ाधड़ हो रही गिरफ्तारियों के बीच नीट पेपर कांड का मामला और भी उलझता जा रहा है. EOU की पड़ताल में पेपर लीक माफिया के तार साइबर क्रिमिनल्स से जुड़े पाए गए हैं. इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक साइबर अपराधियों ने पेपर लीक के मास्टरमाइंड संजीव मुखिया के गिरोह के लिए फर्जी सिम कार्ड और ठहरने की जगह का इंतजाम किया था। ईओयू द्वारा देवघर से गिरफ्तार किए गए पांच आरोपियों में से 3 साइबर क्रिमिनल्स पाए गए हैं। दावा किया जा रहा है कि साइबर अपराधियों के पास से 11 पोस्ट डेटेड चेक और दर्जनों फेक सिम कार्ड मिले हैं।
10 MBBS Students पर नजर
ईओयू की पड़ताल में मास्टरमाइंड संजीव मुखिया के भांजे रॉकी का नाम भी सामने आया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक NEET पेपर लीक होने के बाद रॉकी ने सॉल्वर गैंग का जुगाड़ किया था। रॉकी ने रांची और पटना से कुछ ऐसे MBBS छात्रों का जुगाड़ किया था, जिन्हें ‘सॉल्वर गैंग’ बनाया गया। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक इस केस में 10 एमबीबीएस छात्रों पर नजर रखी जा रही है।
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क्यों गिरफ्तार नहीं हो सकता Sanjeev Mukhiya?
अब ईओयू ने जांच सीबीआई को सौंप दी है और CBI के सामने पहले ही संजीव को पकड़ने की चुनौती थी और अब रॉकी को तक पहुंचने का भी चैलेंज सामने आ गया है। बता दें कि संजीव मुखिया और उसके बेटे शिव की गिरफ्तारी हुई थी लेकिन पटना के एडीजी-5 न्यायालय ने संजीव मुखिया के लिए नो-कोहेसिव ऑर्डर (No Cohesive Order) जारी किया था. इस आदेश के बाद उसकी गिरफ्तारी नहीं की जा सकती है.