India News (इंडिया न्यूज), NEP 2020: नई शिक्षा नीति को गलत ठहराते हुए कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने कहा कि, राज्य में अगले शैक्षणिक वर्ष से राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) को रद्द कर दी जाएगी। यह बात उन्होंने सोमवार को पार्टी दफ्तर में प्रदेश कांग्रेस समिति के सदस्यों की आम सभा की बैठक में कही। बता दें कि राज्य में पहले की भाजपा सरकार द्वारा राज्य में एनईपी को लागू किया गया था।
एनईपी लागू करके छात्रों के हितों की बलि दे दी: सीएम
नई शिक्षा नीति को लेकर सीएम सिद्धरमैया ने कहा कि, कुछ जरूरी तैयारियां करने के बाद एनईपी को पूरी तरह से खत्म कर दिया जाएगा। जब चुनाव नतीजे आए और सरकार बनी तब तक शैक्षणिक सत्र शुरू हो गया था। साल के मध्यम में छात्रों को असुविधा से बचाने के लिए एनईपी को इस साल भी जारी रखा गया। आगे वह कहते हैं कि, छात्रों, अभिभावकों, प्रवक्ताओं और शिक्षकों ने एक सुर में एनईपी का विरोध किया था। देश में अन्य राज्यों में लागू किए जाने से पहले ही भाजपा ने राज्य में एनईपी लागू करके छात्रों के हितों की बलि दे दी है।
वर्धा हिंदी विश्वविद्यालय के वीसी ने दिया इस्तीफा
बता दें कि, देश के सबसे बड़ा हिंदी विश्वविद्यालय महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा (महाराष्ट्र) के कुलपति (वीसी) प्रोफेसर रजनीश कुमार शुक्ला ने पद से इस्तीफा दे दिया है। इसकी जानकारी यूनिवर्सिटी के जनसंपर्क अधिकार बीएस मिरगे ने दी है। यूनिवर्सिटी के सबसे सीनियर प्रोफेसर एल करुण्यकारा को कार्यकारी वीसी बनाया गया है। इसके संबंध में मिरगे ने बताया कि, प्रोफेसर शुक्ला ने अपना इस्तीफ राष्ट्रपति को भेज दिया है।
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