Indianews (इंडिया न्यूज), Nestle: नेस्ले के बेबी फ़ूड ब्रांड सेरेलैक को लेकर एक बेहद हैरान करने वाली रिपोर्ट सामने आई है। रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि सेरेलैक में हाई लेवल शुगर होती है। बता दें, सेरेलैक छह महीने से दो साल की उम्र के बच्चों के लिए बनाया जाने वाला एक अनाज और दूध फॉर्मूला ब्रांड है। इसे आमतौर पर एक वर्ष और उससे अधिक उम्र के शिशुओं के लिए उपयोग किया जाता है।
स्विस जांच संगठन पब्लिक आई के अनुसार, निम्न और मध्यम आय वाले देशों में प्रचारित नेस्ले के ब्रांडों में चीनी की मात्रा पाई गई थी। यह मोटापे और पुरानी बीमारियों को रोकने के उद्देश्य से अंतर्राष्ट्रीय दिशानिर्देशों के विपरीत है। अध्ययन से पता चला कि भारत में, जहां 2022 में बिक्री 250 मिलियन डॉलर से अधिक हो गई, सभी सेरेलैक बेबी अनाज में औसतन लगभग 3 ग्राम अतिरिक्त चीनी पाई गई।
रिपोर्ट के बाद, भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने नेस्ले के सेरेलैक उत्पादों के चीनी सामग्री विवाद का स्वत: संज्ञान लिया है। इस बीच, नेस्ले इंडिया के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि कंपनी ने पिछले पांच वर्षों में अतिरिक्त चीनी में 30 प्रतिशत तक की कटौती की है।
उन्होंने कहा कि हम बच्चों के लिए अपने उत्पादों की पोषण गुणवत्ता में विश्वास करते हैं और उच्च गुणवत्ता वाली सामग्रियों के उपयोग को प्राथमिकता देते हैं। पिछले 5 वर्षों में, नेस्ले इंडिया ने हमारे शिशु अनाज पोर्टफोलियो में अतिरिक्त शुगर को 30% तक कम कर दिया है। अपने बयान में आगे कहा, हम नियमित रूप से अपने पोर्टफोलियो की समीक्षा करते हैं और गुणवत्ता, सुरक्षा और स्वाद से समझौता किए बिना अतिरिक्त शुगर लेवल को कम करने के लिए अपने उत्पादों में नवाचार और सुधार जारी रखते हैं।”
रिजल्ट में यह भी पाया गया कि यूके सहित नेस्ले के मुख्य यूरोपीय बाजारों में छोटे बच्चों के लिए फार्मूले में कोई अतिरिक्त चीनी नहीं है। ये रिजल्ट तब मिले जब पब्लिक आई के प्रचारकों ने एशिया, अफ्रीका और लैटिन अमेरिका में बेचे जाने वाले स्विस बहुराष्ट्रीय कंपनी के शिशु-खाद्य उत्पादों के नमूने परीक्षण के लिए बेल्जियम की प्रयोगशाला में भेजे।
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