नेवी को नया ध्वज भी मिला, अंग्रेजों का लाल क्रॉस हटाया, समझें नए ध्वज की अहमियत

इंडिया न्यूज, कोच्चि, (New Naval Ensign Nishaan ): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज स्वदेश युद्धपोत आईएनएस विक्रांत के साथ ही नौसेना के ध्वज के नए निशान का भी अनावरण किया। नौसेना के ध्वज में सेंट जॉर्ज क्रॉस का निशान होता था जिसे अब हटा दिया गया है।

अब ध्वज की दाईं तरफ नीले रंग के बैकग्राउंड पर गोल्डन कलर में अशोक चिह्न बना है। इसके नीचे ‘सत्यमेव जयते’ लिखा है। जिस पर अशोक चिह्न बना है, असल में वह छत्रपति शिवाजी महाराज की शाही मुहर है। इसके नीचे लिखा है- शं नो वरुण: यानी वरुण हमारे लिए शुभ हों। हमारे देश में वरुण को समुद्र का देवता माना जाता है, इसलिए नेवी के नए निशान पर ये वाक्य लिखा गया है।

ये भी पढ़े : नौसेना को मिला पहला स्वदेशी युद्धपोत आईएनएस विक्रांत

इंडियन नेवी ने अपने सीने से उतारा गुलामी का एक निशान : पीएम

पीएम मोदी ने नौसेना के ध्वज के नए निशान के अनावरण पर कहा, आज इंडियन नेवी ने गुलामी का एक निशान अपने सीने से उतार दिया है और आज से भारतीय नौसेना को एक नया ध्वज मिला है। अब तक इंडियन नेवी के ध्वज पर गुलामी का निशान था। अब से छत्रपति शिवाजी महाराज से प्रेरित निशान नेवी के ध्वज में लहराएगा। मोदी ने कहा, आज मैं नौसेना के जनक छत्रपति शिवाजी महाराज को नया ध्वज समर्पित करता हूं।

नेवी का नया ध्वज औपनिवेशिक अतीत से दूर

नेवी का नया ध्वज औपनिवेशिक अतीत से दूर है और यह भारतीय मैरिटाइम हैरिटेज से परिपूर्ण है। अब तक भारतीय नौसेना का निशान सफेद फ्लैग था और उसके ऊपर खड़ी व आड़ी लाल धारियां बनी थीं, जिसे क्रॉस आॅफ सेंट जॉर्ज कहते हैं। इसी के साथ इसके बीच में अशोक चिह्न बना था और ऊपर बाईं तरफ तिरंगा लगा था।

जानिए क्या है निशान बदलने का इतिहास?

हमारे देश को आजादी मिलने के बाद जब बंटवारे के दौरान नौसेना का भी बंटवारा हुआ। तब नौसेना के नाम रॉयल इंडियन नेवी और रॉयल पाकिस्तान नेवी पड़े। इसके बाद 26 जनवरी 1950 को जब भारत गणतंत्र बना, तो इसमें से ‘रॉयल’ शब्द हटा दिया गया और नया नाम भारतीय नौसेना पड़ा। नाम बदला, पर नौसेना के निशान पर ब्रिटिश काल की झलक बनी रही। यानी नेवी के झंडे पर जो लाल क्रॉस नजर आता है, वह ‘सेंट जॉर्ज क्रॉस’ है, जो अंग्रेजी झंडे यूनियन जैक का हिस्सा होता था।

पहले भी कई बार किए गए बदलाव

वर्ष 2001 में यह झंडा बदला गया और लाल क्रॉस हटाकर इसकी जगह नीले रंग में अशोक चिह्न बनाया गया। हालांकि, इसमें शिकायत आई कि नीला रंग समुद्र व आसमान से मिलता है। इस वजह से यह दिखाई नहीं देता। वर्ष 2004 में फिर बदलकर लाल क्रॉस लगाया गया और क्रॉस के बीचों-बीच अशोक चिह्न लगाया गया। 2014 में फिर इसमें फिर थोड़ा बदलाव किया गया और अशोक चिह्न के नीचे ‘सत्यमेव जयते’ लिखा गया।

ये भी पढ़े :  जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों ने प्रवासी मजदूर को मारी गोली

हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे !

Connect With Us : Twitter | Facebook Youtube

 

Vir Singh

Recent Posts

लालू के बेटे को किया इस शख्स ने मानसिक प्रताड़ित, तेजस्वी ने लगाई पुलिस से एक्शन की गुहार

India News (इंडिया न्यूज़),Bihar News:  बिहार की राजनीति में लालू परिवार का विवादों से शुरू…

3 hours ago

सेब, जूस में मिलावट के बाद अब…केरल से सामने आया दिलदहला देने वाला वीडियो, देखकर खौल जाएगा आपका खून

वीडियो सामने आने के बाद इलाके के स्थानीय निवासियों और ग्राहकों में काफी गुस्सा देखा…

4 hours ago

BJP ने शुरू की दिल्ली विधानसभा की तैयारी… पूर्व APP नेता ने की जेपी नड्डा से मुलाकात, बताई पार्टी छोड़ने की बड़ी वजह

India News(इंडिया न्यूज),Delhi News:  दिल्ली में चुनाव को लेकर क्षेत्र की प्रमुख पार्टियों ने तैयार…

4 hours ago

शादी समारोह में गया परिवार…फिर घर लौटने पर छाया मातम, जानें पूरा मामला

India News(इंडिया न्यूज),UP Crime: यूपी के मथुरा में 10वीं में पढ़ने वाले नाबालिग ने फांसी…

4 hours ago

ICC के फैसले का नहीं पढ़ रहा नेतन्याहू पर असर, लेबनान में लगातार बह रहा मासूमों का खून…ताजा हमलें में गई जान बचाने वालों की जान

इजराइल ने ईरान समर्थित सशस्त्र समूह हिजबुल्लाह के खिलाफ अपने गहन सैन्य अभियान को आगे…

5 hours ago