इंडिया न्यूज: (Phone and internet connection cut off at Wayanad office) कांग्रेस पार्टी के नेता व पुर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी अपने विवादित भाषण को लेकर चर्चा में चल रहे है। वही लोकसभा की सदस्यता जाने के बाद अब राहुल पर नई मुसीबत की खबर सामने आयी है, जिसमे उनकी बतौर सांसद वायनाड में मिले ऑफिस का इंटरनेट कनेक्शन और फोन लाइन कनेक्शन काट दिया गया है। जिसके बाद कांग्रेस के नेता भड़के और आरोप लगाते हुए कहा कि ऐसा किए जाने के पहले उन्हें या उनके कार्यालय में इसकी किसी भी सूचना की जानकारी नहीं दी गई थी।
- दो साल कारावास की सुनाई गई थी सजा
- सदस्यता खोने के बाद करना पड़ता है सरकारी बंगला खाली
दो साल कारावास की सुनाई गई थी सजा
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और नेता राहुल गांधी की संसदीय सदस्यता रद्द कर दी गई। बता दें कि गुजरात की सूरत अदालत ने ‘मोदी उपनाम’ संबंधी दिये गये बयान को लेकर राहुल गांधी के खिलाफ 2019 में ही दर्ज किए गये मानहानि के मामले में उन्हें 23 मार्च को आदालत द्वारा दोषी ठहराया गया और साथ ही दो साल कारावास की भी सजा सुनाई थी। जिसके अगले दिन उनकी लोकसभा सदस्यता भी खत्म कर दी गई थी।
सदस्यता खोने के बाद करना पड़ता है सरकारी बंगला खाली
बता दे कि लोकसभा की सदस्यता खत्म होने के बाद राहुल गांधी को 22 अप्रैल तक सरकारी बंगला खाली करने को कहा गया है। दरअसल सदस्यता खोने के एक महीने के भीतर ही सरकारी बंगला खाली करना जरुरी है। लोकसभा सचिवालय द्वारा जारी अधिसूचना की प्रति को एनडीएमसी के संपदा महानिदेशालय सहित विभिन्न विभागों को भेजा गया था। आवास संबंधी संसद की समिति के अध्यक्ष भाजपा सांसद सी आर पाटिल हैं और इसमें विभिन्न दलों के पूरे 11 सदस्यों का इसमे नाम है।
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