India News (इंडिया न्यूज़),Karnataka Next Chief Minister,कर्नाटक: कर्नाटक विधानसभा की सभी 224 सीटों के नतीजे आ गए हैं। कांग्रेस ने 136, भाजपा ने 65, जेडीएस ने 19 और अन्य ने चार सीटों पर जीत दर्ज की है। ऐसे में अब इस बात को लेकर सियासत गर्म हो रही है कि आखिर कर्नाटक की बागडोर किसके हाथों में सौपी जाएगी। बता दें कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्धारमैया और डीके शिवकुमारइन दो नामों की चर्चाएं तेज हैं। लेकिन कांग्रेस आलाकमान ने अभी तक किसी भी नाम पर मुहर नहीं लगाया है। ऐसे में आज सिद्धारमैया कर्नाटक के अगले मुख्यमंत्री तय करने के लिए पार्टी में चल रही चर्चा के बीच आज नई दिल्ली के लिए रवान हुए।
#WATCH बेंगलुरु: कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सिद्धारमैया अपने आवास से रवाना हुए। pic.twitter.com/huRTcMH8Su
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 15, 2023
कांग्रेस नेता सिद्धारमैया कर्नाटक के अगले मुख्यमंत्री तय करने के लिए पार्टी में चल रही चर्चा के बीच आज नई दिल्ली जाएंगे। वहीं जब कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार से दिल्ली जाने के बारे में पुछा गया तो उन्होंने कहा कि हमने एक लाइन का प्रस्ताव पारित किया है। हम इसे पार्टी आलाकमान पर छोड़ दिया है। मैंने दिल्ली जाने का फैसला नहीं किया है,मेरा आज जन्मदिन है तो यहां पर पूजा है और मैं मंदिर जाऊंगा।
#WATCH हमने एक लाइन का प्रस्ताव पारित किया है। हम इसे पार्टी आलाकमान पर छोड़ दिया है। मैंने दिल्ली जाने का फैसला नहीं किया है,मेरा आज जन्मदिन है तो यहां पर पूजा है और मैं मंदिर जाऊंगा: कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार, बेंगलुरु pic.twitter.com/uKwAvzyTX5
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 15, 2023
बता दें कल सिद्धरमैया और डी.के. शिवकुमार दोनों नेताओं के आवास के सामने उनके समर्थकों के द्वारा पोस्टर लगाया गया और दोनों ही नेताओं को उनके समर्थकों के द्वारा कर्नाटक का अगला सीएम माना जा रहा है। ऐसे में कर्नाटक की आम जनता के साथ – साथ अन्य लोग भी ये जानना चाहते हैं कि आखिर कांग्रेस आलाकमान कर्नाटक के कुर्सी पर बैठाकर किसका राजतीलक करेगी। हलांकि इस बात का निर्णय भी जल्द ही होगा।
बता दें 75 साल के सिद्धरमैया 2013 से 2018 तक मुख्यमंत्री के रूप में राज्य की बागडोर संभाल चुके हैं। 2013 में खरगे को पछाड़ते हुए सिद्धरमैया मुख्यमंत्री बने थे। सिद्धरमैया कुरुबा समुदाय से ताल्लुक रखते हैं और यह समुदाय राज्य में तीसरी सबसे बड़ी आबादी है। सिद्धारमैया के सरकार चलाने के अनुभव को देखते हुए उनका पलड़ा भारी माना जा रहा है। सिद्धारमैया ने नीति निर्माण और घोषणापत्र के वादों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
ये भी पढ़ें – Karnataka: “चुनाव मोदी जी के चेहरे पर लड़े.. हार की जिम्मेदारी अपने ऊपर ले रहे हैं..हारने के बाद तो सच्च बोलना चाहिए” भूपेश बघेल
Get Current Updates on News India, India News, News India sports, News India Health along with News India Entertainment, India Lok Sabha Election and Headlines from India and around the world.