India News (इंडिया न्यूज़), NIA Raid, चेन्नई: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने फरवरी 2019 में एक रामलिंगम की हत्या की चल रही जांच के तहत रविवार (NIA Raid) को तमिलनाडु के नौ जिलों में 21 स्थानों पर तलाशी ली। रामलिंगम ने हिंदुओं के धर्म परिवर्तन का विरोध किया था। इस काम में प्रतिबंधित संगठन शामिल पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के नेताओं के शामिल होने का शक है।
- 2019 में हुई थी हत्या
- 18 पर हुई चार्जशीट
- कई धाराओं में मामला दर्ज
सूत्रों ने कहा कि एनआईए ने खुफिया जानकारी के आधार पर प्रतिबंधित पीएफआई संगठन से जुड़े संदिग्धों के परिसरों और ठिकानों पर ये तलाशी ली। 2 अगस्त, 2021 को, एनआईए ने मामले में एक फरार मुख्य साजिशकर्ता रहमान सादिक (41) को गिरफ्तार किया था। 6 फरवरी, 2019 को तमिलनाडु के तंजावुर जिले के तिरुविदाईमारुथुर पुलिस स्टेशन में 5 फरवरी, 2019 को रामलिंगम की साजिश रचने और हत्या करने के लिए भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 341, 294 (बी) और 307 के तहत दर्ज किया गया था।
18 आरोपियों पर चार्जशीट
एनआईए ने कहा था कि हत्या का उद्देश्य लोगों के एक विशेष वर्ग के मन में आतंक पैदा करना, विभिन्न धार्मिक समुदायों के बीच दुश्मनी पैदा करना और बदला लेना और रामलिंगम को सबक सिखाना था। एनआईए ने इससे पहले 2 अगस्त, 2019 को 18 आरोपी व्यक्तियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था। रहमान सादिक की गिरफ्तारी के बाद, एनआईए ने कहा कि वह तमिलनाडु के तंजावुर जिले में पीएफआई के दावा के काम का प्रशासक था।
हथियारों का इंतजाम किया
रहमान सादिक ने अन्य आरोपियों के साथ मिलकर 5 फरवरी 2019 को तिरुभुवनम में रामलिंगम के हाथ काटकर उसके खिलाफ साजिश रची थी। उसने और अन्य सह-साजिशकर्ताओं ने योजना को अंजाम देने के लिए हथियारों, वाहनों और ठिकानों की व्यवस्था की थी।
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