India News (इंडिया न्यूज़), Khalistan Tiger Force, चंडीगढ़: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन खालिस्तान टाइगर फोर्स ( Khalistan Tiger Force) से जुड़े एक मामले में पंजाब और हरियाणा में 10 स्थानों पर तलाशी ली। आज ऑपरेशन ब्लू स्टार की बरसी है और आज के दिन की गई यह कार्रवाई खालिस्तानियों को भारत सरकार का कड़ा संदेश माना जा रहा है।
- 10 ठिकानों पर छापा
- कई धाराओं पर दर्ज था मामला
- आज ब्लू स्टार की 39वीं बरसी
प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन के लिए धन जुटाने और सीमा पार से हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटकों की तस्करी के लिए रची गई आपराधिक साजिश के सिलसिले में पंजाब में नौ स्थानों और हरियाणा में एक स्थान पर छापेमारी की जा रही है। एनआईए ने पिछले साल 20 अगस्त को भारतीय दंड संहिता और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, 1967 की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था।
19 मई को किया था गिरफ्तार
इसी मामले में एनआईए ने कनाडा स्थित ‘सूचीबद्ध आतंकवादी’ अर्श ढल्ला के दो ‘वांटेड’ करीबी सहयोगियों को इस साल 19 मई को फिलीपींस के मनीला से इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (आईजीआईए) पर पहुंचने के तुरंत बाद गिरफ्तार किया था। दोनों की पहचान पंजाब के रहने वाले अमृतपाल सिंह उर्फ अम्मी और अमृतक सिंह के रूप में हुई।
कई मामले थे दर्ज
एनआईए ने पहले बताया था कि दोनों आरोपियों के खिलाफ भारत में प्रतिबंधित संगठनों की गैरकानूनी और हिंसक गतिविधियों से जुड़े एक मामले में एनआईए दिल्ली कोर्ट ने उनके खिलाफ गैर-जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। आरोपियों के खिलाफ पंजाब में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।
ढल्ला का काम करते थे
एनआईए की जांच से पता चला है कि आरोपी भारत में केटीएफ की हिंसक आपराधिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए नामित आतंकवादी अर्शदीप सिंह ढल्ला के लिए काम कर रहे थे। एक अन्य कुख्यात वांछित आरोपी मनप्रीत सिंह उर्फ पीता के साथ मिलकर दोनों आरोपी केटीएफ के इशारे पर पाकिस्तान से हथियारों की तस्करी और देश में हिंसा और आतंक के कृत्यों को अंजाम देने के लिए युवाओं की भर्ती में शामिल थे।
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