India News(इंडिया न्यूज),Nipah Virus: केरल में इन दिनों निपाह वायरस के चलते लोगों में खासा डर का माहौल देखने को मिल रहा है। वहीं केरल के कोझिकोड जिले में निपाह वायरस का आतंक इस कद्र फैल चुका है कि, केरल सरकार वहां लॉकडउन लगाने के बातों पर विचार कर रही है। इससे पहले बढ़ते वायरस को देखते हुए जिला प्रशासन ने शिक्षण संस्थानों और कोचिंगों में 16 सितंबर तक अवकाश घोषित कर दिया है। वहीं विश्वविद्यालय के परीक्षा कार्यक्रम में कोई फेरबदल नहीं किया गया है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कही ये बातें
बड़ते निपाह वायरस के मद्दे नजर केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जार्ज ने कहा कि, निपाह वायरस की एंटीवायरस की स्थिरता के बारे में केंद्रीय विशेषज्ञ समिति के साथ चर्चा की गई थी। आगे की कार्रवाई या कदमों पर फैसला विशेषज्ञ समिति तय करने वाली है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, किसी भी तरह से सशंकित होने की जरूरत नहीं है। हम सब मिलकर इस स्थिति से निपट सकते हैं। दिन में राज्य के स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के बीच एक बैठक भी हुई।
एम102.4 मोनोक्लोनल एंटीबाडी को कोझिकोड में 2018 में निपाह संक्रमण के दौरान संक्रमितों के इलाज के लिए आयात किया गया था। तब इसका उपयोग नहीं किया गया था, क्योंकि इसके आने तक वायरस का संक्रमण खत्म हो चुका था। इसके साथ हीं स्वास्थ्य मंत्री वीणा जार्ज ने लोगों को सलाह देते हुए कहा कि, कोझिकोड के पड़ोसी जिलों कन्नूर, वायनाड और मलप्पुरम को भी सतर्कता बरतनी चाहिए। उन्होंने लोगों को मास्क पहनने, शारीरिक दूरी बनाए रखने और सर्दी, बुखार, सिरदर्द या गला खराब होने पर स्वास्थ्य कर्मियों से संपर्क करने का सुझाव दिया। सरकार का कहना है कि यह वायरस का बांग्लादेश वैरिएंट है, जो मानव से मानव में फैलता है। यह कम संक्रामक है, लेकिन इसकी मृत्युदर अधिक है।
जानिए क्या है मौत का आकड़ा
मिली जानकारी के अनुसार बता दें कि, निपाह वायरस के चलते संक्रमितों के इलाज के लिए उपलब्ध एकमात्र प्रायोगिक इलाज ‘मोनोक्लोनल एंटीबाडी’ को इंडियन काउंसिल आफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने राज्य में पहुंचा दिया है। वहीं कोझिकोड जिले में इस वायरस के संक्रमण से दो लोगों की मौत हो चुकी है और तीन अन्य लोग पाजिटिव मिले हैं। संक्रमितों में से एक नौ वर्षीय बच्चे की स्थिति गंभीर बनी हुई है। बता दें कि, आइसीएमआर ने सैंपलों की जांच में तेजी लाने के लिए अपनी मोबाइल बीएसएल-3 लैब भी कोझिकोड भेजी है। अभी तक सैंपलों को पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट आफ वायरोलाजी में भेजा जा रहा था। इसके अलावा राजीव गांधी सेंटर फार बायोटेक्नोलाजी ने भी पूर्ण रूप से सुसज्जित मोबाइल वायरोलाजी टेस्टिंग लैब कोझिकोड भेजी है।
भारती प्रवीण ने की तैयारियों की समीक्षा
बता दें कि बढ़ते मामले को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री डा. भारती प्रवीण पवार ने कोझिकोड जिले में निपाह वायरस की रोकथाम के लिए उठाए गए कदमों की समीक्षा करते हुए तैयारियों का जायजा किया। इसके साथ ही एनआइवी, पुणे का दौरा भी किया। बता दें कि, विभिन्न क्षेत्र के विशेषज्ञों की केंद्रीय टीम भी हालात का जायजा लेने के लिए कोझिकोड पहुंच गई है।
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