India News (इंडिया न्यूज़), Nitish kumar, पटना: बेंगलुरु में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नहीं चाहते थे कि विपक्षी गठबंधन का नाम ‘इंडिया’ रखा जाए क्योंकि इसमें ‘एनडीए’ शब्द है। सूत्रों ने बताया कि सोमवार को एक अनौपचारिक बैठक में सबके सामने इंडिया नाम का प्रस्ताव रखा गया। सभी विपक्षी नेताओं से नाम पर सुझाव मांगे गए और बाद में मंगलवार को सभी इस पर सहमत हो गए। इसके बाद नीतीश कुमार ने नाम पर सहमति जताई।
- सहमत नहीं थे नीतीश
- बाद में मानें
- दिल्ली में बनेगा सचिवालय
एक सूत्र ने बिहार के मुख्यमंत्री के हवाले से कहा, “ठीक है अगर आप सभी इससे (इंडिया नाम) से सहमत हैं, तो यह ठीक है।” विदुथलाई चिरुथिगल काची प्रमुख थोल थिरुमावलवन ने कहा कि यह नाम पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा प्रस्तावित किया गया था। लंबी चर्चा के बाद इसे ‘भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन’ कहा जाने का निर्णय लिया गया। दूसरी ओर, कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि राहुल गांधी ने बैठक में चर्चा के दौरान इस नाम को उचित ठहराया।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में नहीं थे नीतीश
यह भी ध्यान दिया जाना चाहिए कि बेंगलुरु विपक्ष की बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में नीतीश कुमार और लालू यादव मौजूद नहीं थे क्योंकि मौसम विभाग ने खराब मौसम की भविष्यवाणी की थी और नीतीश कुमार को एक कार्यक्रम में जाना था। समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश कुमार जैसे कई विपक्षी नेता प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद नहीं थे।
दिल्ली में बनेगा सचिवालय
बेंगलुरु में विचार-मंथन बैठक के लिए मिले 26 दलों के प्रतिनिधियों ने अभियान प्रबंधन और विभिन्न उप के कामकाज के समन्वय के लिए सभी प्रमुख दलों सहित 11 सदस्यीय समन्वय समिति और दिल्ली में एक ‘सचिवालय’ स्थापित करने का भी निर्णय लिया। वही यह भी तय किया गया की विपक्ष की अगली बैठक मुंबई में होगी।
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