India News (इंडिया न्यूज़),Sanjeev Mahajan,Noorpur News: हिमाचल प्रदेश के विधानसभा इंदौरा के मंड क्षेत्र में पौग बांध से अधिक पानी छोड़े जाने से खेतों में चारों ओर पानी ही पानी हो गया है। पिछले 13 दिनों से मक्का, धान और गन्ने की फसलें पानी में डूब जाने से भारी मात्रा में नुक्सान तथा बर्बाद हो चुकी है। जिसका की पूरा आंकलन तो पानी उतरने के बाद ही पता चल पाएगा।
लेकिन मंड क्षेत्र का किसान अपनी इस बर्बादी से चिंतित है। बाढ़ प्रभावित किसानों का सभी सरकारों से इस प्रति गिला शिकवा है कि आज तक इतने वर्ष बीत जाने के बाद भी कोई भी सरकार इस समस्या का स्थाई हल करने में नाकाम रही है।
लोहे के गाटर से खुद बनाया जोखिम भरा रास्ता
पानी का चैनेलाइज करना प्रमुख मुद्दा अभी तक किसी भी सरकार के द्वारा हल नहीं किया गया है। मंड सनोर के बाढ़ में फसे ग्रामीणों ने तो शाह नहर के साईफन पर लोहे के तीन गाटर रखकर जोखिम भरा पैदल आने जाने का रास्ता खुद बना कर सरकार को दिखा दिया है की नेतागण समस्यायों का समाधान करने नही सिर्फ फोटो खिंचाने के लिए अपनी हाजिरी दर्ज करवाते हैं। फिलहाल बाढ़ प्रभावित लोग अभी भी भारी कठनाइयों का सामना करने पर मजबूर हैं। डैम से छोड़े गये पानी से मंड का जीवन अस्त व्यस्त हो गया है।
सारी फसलें पानी में डूब गई
गांव वासी ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से लगातार पानी हमारे यहां आ रहा है सारी फसलें पानी में डूब गई। सरकार मुआवजे देने की बात करती है हमें मुआवजा नहीं चाहिए हम चाहते हैं कि सरकार इस व्यास नदी का चैनेलाइज कर दे तो ठीक है। क्योंकि चैनेलाइज होने से यहां पानी नहीं आएगा ना हमारा नुक्सान होगा। सरकार कहती तो है पर सरकारें आतीं जाती रहती हैं।
गांव की महिला ने की सरकार से अपील
गांव की महिला ने कहा कि लगभग,15 दिनों से हमारे यहां खेतों व घरों के पास पानी आ रहा है, जिसकी वजह से हम कहीं आ जा नहीं सकते हमारे पशु भी पानी में रहते हैं, उनके चारे के लिए भी बहुत दिक्कत हो रही है हमारी सरकार से अपील है कि इस नदी का चैनेलाइज किया जाए ताकि यहां की यह समास्या खत्म हो जाए।
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