India News (इंडिया न्यूज),MahaKumbh Stampede:महाकुंभ में संगम तट पर मची भगदड़ में कई लोग घायल हो गए हैं। 30 लोगों की मौत हो गई है। घायलों का इलाज कुंभ क्षेत्र के सेक्टर-2 में बने अस्पताल में चल रहा है। इस हादसे पर डीआईजी कुंभ और मेला अधिकारी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं। डीआईजी ने कहा, आज महाकुंभ प्रयागराज में भीड़ का भारी दबाव था। इस वजह से बैरिकेडिंग टूट गई। जिससे लोग कुचलने लगे। 30 लोगों की मौत हो गई।
डीआईजी मेला वैभव कृष्ण ने बताया, महाकुंभ में रात 1-2 बजे के बीच भगदड़ मची। इसमें 90 लोग घायल हुए, जिनमें से 30 की मौत हो गई है। मृतकों में 25 की पहचान हो गई है। इनमें चार कर्नाटक और एक श्रद्धालु गुजरात का था। बाकी 5 की पहचान की जा रही है। डीआईजी ने यह भी बताया कि वहां कोई वीआईपी प्रोटोकॉल नहीं था। हादसे में घायल हुए लोगों की जानकारी के लिए हेल्पलाइन नंबर (1920) जारी किया गया है।
श्रद्धालुओं से की अपील
इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और संतों ने श्रद्धालुओं से अनुशासन बनाए रखने की अपील की। सीएम और संतों ने कहा कि श्रद्धालु अपने नजदीकी घाट पर ही स्नान करें। मुख्यमंत्री ने कहा, श्रद्धालु मां गंगा के जिस भी घाट पर हों, वहीं स्नान करें। संगम नोज की ओर जाने की कोशिश न करें। कई घाट बनाए गए हैं, जहां आसानी से स्नान किया जा सकता है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ संतों ने भी श्रद्धालुओं से अपील की है। स्वामी रामभद्राचार्य ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे जहां भी हों, नजदीकी घाट पर ही स्नान करें। छावनी से बाहर न जाएं। अपनी और एक-दूसरे की सुरक्षा का ख्याल रखें। सभी अखाड़ों और श्रद्धालुओं से अफवाहों से बचने की अपील की गई है।
अखाड़ा परिषद अध्यक्ष रवींद्र पुरी की अपील
अखाड़ा परिषद अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने कहा कि इस समय प्रयागराज में 12 करोड़ से अधिक श्रद्धालु हैं। इतनी बड़ी भीड़ को नियंत्रित करना मुश्किल है। हमारे साथ संतों की भीड़ है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा सबसे जरूरी है। वहीं योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा कि करोड़ों श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए हमने सांकेतिक स्नान किया है। हमने पूरे देश और विश्व के कल्याण की प्रार्थना की है। लोगों से अपील है कि वे अनुशासन का पालन करें और सावधानी से स्नान करें।