होम / हिंदू-मुस्लिम हिंसा नहीं ये 1 चीज थी बहराइच के विवाद की जड़, आसान था हल…फिर क्यों छलनी हुआ इंसानियत का सीना?

हिंदू-मुस्लिम हिंसा नहीं ये 1 चीज थी बहराइच के विवाद की जड़, आसान था हल…फिर क्यों छलनी हुआ इंसानियत का सीना?

Divyanshi Singh • LAST UPDATED : October 15, 2024, 6:12 pm IST

India News (इंडिया न्यूज),Bahraich:उत्तर प्रदेश के बहराइच में हुई हिंसा से राज्य में तनाव का माहौल है। यह हिंसा दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुई।इस बीच प्रशासन ने इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं। ये मामला इतना कैसे बढ़ गया जिससे जिससे आगजनी, तोड़फोड़ और दंगे भड़क गए इस पूरी घटना को हम शुरु से समझेंगे।

डीजे को लेकर शुरु हुआ मामला

13 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के अंतर्गत महसी तहसील के हरदी थाना क्षेत्र के महाराजगंज कस्बे में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के लिए जुलूस निकल रहा था। जो एक समुदाय विशेष के मोहल्ले से गुजर रहा था।इस दौरान डीजे बजाने को लेकर दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प हो गई। जिसमें लोगों ने छतों से पथराव किया।

एक की मौत, 15 से ज्यादा लोग घायल

विरोध करने पर फायरिंग की गई। जिसमें राम गोपाल मिश्रा नाम के युवक की गोली लगने से मौत हो गई। इस हिंसक झड़प में 15 से ज्यादा लोग घायल हो गए। राम गोपाल की मौत की खबर पर इलाके में हड़कंप मच गया। गुस्साए लोग लाठी-डंडे लेकर सड़क पर उतर आए।

पुलिस ने की लाठीचार्ज

गुस्साए लोगों ने दुकानों, शोरूम और घरों में तोड़फोड़ और आगजनी शुरू कर दी। उपद्रवियों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। इलाके में फोर्स तैनात कर दी गई। डीएम और एसपी खुद प्रभावित इलाके का दौरा कर रहे हैं।मूर्ति विसर्जन के दौरान रामगोपाल मिश्रा नामक युवक की गोली मारकर हत्या करने के मामले में पुलिस ने महसी थाने में 6 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। इसमें 6 नामजद और 4 अज्ञात शामिल हैं।

अब्दुल हमीद, सरफराज, फहीम, साहिर खान, नानकऊ और मार्फ अली समेत 10 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। अब तक पुलिस ने 30 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया है। उनसे पूछताछ की जा रही है।

सीएम योगी ने की बैठक

इस घटना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की और उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश दिए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को हिंसा फैलाने वालों को तुरंत गिरफ्तार करने और किसी भी तरह की अफवाह को फैलने से रोकने के निर्देश दिए। उन्होंने दुर्गा प्रतिमा विसर्जन को फिर से शुरू करने के भी आदेश दिए।

अमिताभ यश ने सड़कों पर संभाला मोर्चा 

घटना के बाद एसटीएफ प्रमुख अमिताभ यश और गृह सचिव संजीव गुप्ता लखनऊ से बहराइच पहुंचे। पूरे शहर में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है और पीएसी की 6 कंपनियां भेजी गई हैं। इस दौरान उपद्रवियों को नियंत्रित करने के लिए एसटीएफ प्रमुख अमिताभ यश ने खुद बहराइच की सड़कों पर मोर्चा संभाला।

राहत और बचाव कार्य

प्रशासन ने हिंसा प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना शुरू कर दिया है और पुलिस लगातार राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई है। मौके पर जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक भी मौजूद हैं। गोरखपुर, गोंडा, बलरामपुर और बाराबंकी से अतिरिक्त फोर्स भेजी गई है। इंटरनेट सेवाएं बंद करने का मुख्य उद्देश्य अफवाहों को फैलने से रोकना है।

थाना प्रभारी और महसी चौकी प्रभारी निलंबित

बहराइच की पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने बताया कि लापरवाही बरतने के कारण थाना प्रभारी और महसी चौकी प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है।

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