India News (इंडिया न्यूज़), PACS, नई दिल्ली: देश में सक्रिय करीब 95,000 प्राथमिक कृषि ऋण समितियों यानी कि पैक्स को अब जल्द ही सामान्य सेवा केंद्र यानी CSC से जोड़ा जाएगा। जिससे PACS को पंचायत स्तर पर आर्थिक रूप से मजबूत संस्था बनाया जा सकेगा। केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह ने बीते दिन शुक्रवार को विज्ञान भवन में प्राथमिक कृषि ऋण समितियों को आवंटित सामान्य सेवा केंद्र (सीएससी) का उद्घाटन किया। इस दौरान कार्यक्रम में शाह ने कहा, “इस पहल के तहत देश के 13 करोड़ किसान व ग्रामीणों को बैंकिंग, बीमा, आधार नामांकन, रेल टिकट, स्वास्थ्य और कानून से जुड़ी 300 से ज्यादा सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।”

अर्थव्यवस्था को मिलेगी नई गति

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पैक्स ने CSC के लिए देश में 17 हजार से भी अधिक पंजीकरण किया है। इनमें से 6000 ने CSC के तौर पर काम करना शुरू भी कर दिया है। ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को पैक्स-सीएसी के गठजोड़ को सुविधाएं बढ़ाने में सहायक बताते हुए अमित शाह ने कहा, “आने वाले पांच वर्ष में देश में पैक्स की संख्या बढ़कर 3 लाख तक पहुंच जाएगी। सीएससी के तौर पर काम करते हुए पैक्स के जरिये ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नई गति मिलेगी। उन्होंने बताया कि आने वाले कुछ सप्ताह के भीतर जो पैक्स सीएससी शुरू करेंगे। उससे करीब 14 हजार युवाओं को रोजगार मिलेगा।”

ग्रामीण अर्थव्यवस्था से बढ़ेगी देश की अर्थव्यवस्था

अमित शाह ने कहा, “देश को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने की राह ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने से ही खुलेगी। इसके लिए यह जरूरी है कि सहकारिता आंदोलन को मजबूत किया जाए और इसकी सबसे छोटी इकाई पैक्स को समृद्ध बनाया जाए। इसी दृष्टिकोण के साथ पैक्स को मजबूत बनाया जा रहा है। 2014 में देश में 83 हजार सीएसी थे, जो अब बढ़कर 5.19 लाख हो गए हैं। इस विस्तार में अब पैक्स भी भागीदार होंगी।”

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