India News (इंडिया न्यूज़), Nuh Violence: हरियाणा के पलवल के पौडरी गांव में रविवार को हिंदू सर्व जातीय महापंचायत का आयोजन किया गया। इस दौरान भारी पुलिस बाल तैनात रहा। प्रशासन ने इस महापंचायत के लिए कुछ शर्तों के साथ अनुमति दी थी। इन शर्तों में हेट स्पीच नहींं देने और महापंचायत में 500 लोगों के शामिल होना शामिल था। हालांकि हिंदू सर्व जातीय महापंचायत के शर्तों को अनदेखा किया गया।
खबरों की माने तो 31 जूलाई को हरियाणा के नूंह मेंं बृजमंडल यात्रा के दौरान संप्रादायिक हिंसात के बाद आयोजित हुई हिंदू सर्व जातीय महापंचायत में 500 लोगों की अनुमति सोे तीन गुना अधिक लोग शामिल हुए। इस दौरान भारत माता की जय और जय श्री राम के नारे से पूरा मंडल गूंज उठा। वहीं, महापंचायत में हिंसा के दौरान मारे गए हिंदूओं के परिजनों को एक करोड़ रुपए और परिवार के एक शख्स को सरकारी नौकरी देने की मांग की गई। इसके अलावा घायलों को 50-50 लाख रुपए देने की मांग भी की गई।
ये मागें गृहमंत्री के सामने रखने के किया निर्णय..
- इसके अलावा मेवात मुख्यालय को तोड़ा उसमें शामिल सभी उपमंडलों को दूसरे जिलों से जोड़ा जाए।
- महापंचात में हिंसा की जांच NIA से कराने की मांग की गई।
- नूंह हिंसा के बाद अन्य जिलों में हुए उपद्रव में हिंदुओं पर दर्ज किए मुकदमों को खत्म किया जाए।
- मेव आर्मी को आतंकी संगठन घोषित किया जाए।
- अवैध हथियारों के खिलाफ मेवात में सर्च ऑपरेशन चलाया जाए।
- हत्या के मामले में शामिल जावेद अहमद को तत्काव गिरफ्तार किया जाए।
- रोहिंग्याओं को मेवात व हरियाणा ही नहीं पूरे देश से बाहर किया जाए।
- एनआरसी को जल्द से जल्द लागू किया जाए।
- 28 अगस्त को जलाभिषेक यात्रा को पूरा किया जाए।
सीएम खट्टर ने कही ये बात
वहीं महापंचायत की बैठक के बाद जब मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से यात्रा फिर से शुरु करने की बात पर अपनी प्रतिक्रिया दि। उन्होंने कहा “वे सरकार से अनुमति मांगेंगे तो हम उचित कदम उठाएंगे।”
बता दें कि 31 जूलाई को हरियाणा के नूंह में धर्मिक यात्रा के दौरान संप्रदायिक हिंसा की घटना सामने आई। इस घटना में 2 होम गार्ड समेत 6 लोगों को अपनी जान गवानी पड़ी और कई गाड़ियां जल के राख हो गई। घटना के बाद नूंह समेत आस पास के चार जिलों में धारा 144 लागू करते हुए इंटरनेट बंद कर दिया गया। वहीं हिंसा के बाद नूंह में अब तक इटरनेट सुविधा वाधित है।
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