इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
देश के अधिकतर राज्यों में पड़ रही भीषण गर्मी (scorching heat) ने बिजली का संकट (power crisis) पैदा कर दिया है। रिपोर्टों के अनुसार देश के एक दर्जन से ज्यादा राज्यों से बिजली समस्या की खबरें सामने आ रही हैं। दरअसल गर्मी बढ़ने के कारण बिजली की मांग बढ़ती जा रही है और जानकारी के अनुसार कोयले की कमी के चलते देश के एक चौथाई पावर प्लांट बंद हो गए हैं। सरकारी रिकॉर्ड के मुताबिक, पूरे देश में 10 हजार मेगावॉट, यानी 15 करोड़ बिजली यूनिट की कटौती हो रही है। हालांकि बिजली की कमी इस कटौती से कहीं ज्यादा है।

रेलवे ने अनिश्चिकाल के लिए रद की 42 ट्रेनें

रेलवे ने बड़ा कदम उठाते हुए 42 ट्रेनों को अनिश्चिकाल के लिए रद कर दिया है ताकि कोयला ले जा रही मालगाड़ियां समय पर निर्धारित स्टेशनों पर पहुंच सकें। भारतीय रेलवे के कार्यकारी निदेशक गौरव कृष्ण बंसल ने कहा, पैसेंजर ट्रेनों को अस्थायी तौर पर कैंसिल करने का निर्णय लिया गया है। जैसे ही स्थिति सामान्य होगी, ये सेवाएं फिर कर दी जाएंगी। रेलवे अपने बेड़े में एक लाख और वैगन जोड रहा है। माल को जल्द गंतव्य तक पहुंचाने के मकसद से डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर्स भी बनाया जा रहा है।

देश में यह है बिजली उत्पादन की मौजूदा क्षमता : पावर सेक्टर

पावर सेक्टर के विशेषज्ञ शैलेंद्र दुबे (Power Sector Expert Shailendra Dubey) ने बताया कि इस समय देश में बिजली उत्पादन की मौजूदा क्षमता 3.99 लाख मेगावॉट है। इसमें 1.10 लाख मेगावॉट रिन्यूएबल एनर्जी (सोलर-विंड) की हिस्सेदारी है। बाकी बचे 2.89 लाख मेगावॉट में से 72,074 मेगावॉट क्षमता के प्लांट बंद हैं। इनमें से 38,826 मेगावॉट क्षमता के प्लांट्स में उत्पादन हो सकता है, लेकिन ईंधन उपलब्ध नहीं है। 9,745 मेगावॉट क्षमता के प्लांट्स में शेड्यूल्ड शटडाउन है। 23,503 मेगावॉट क्षमता के प्लांट अन्य कारणों से बंद पड़े हैं।

देश में प्लांट्स के पास 2.20 करोड़ टन कोयला : केंद्र

केंद्रीय कोयला और खनन मंत्री प्रह्लाद जोशी (Union Minister of Coal and Mining Prahlad Joshi) ने बताया कि देशभर के थर्मल प्लांट्स के पास 2.20 करोड़ टन कोयला है, जोकि 10 दिनों के लिए बहुत है। इसलिए उन्हें पूरी क्षमता के साथ उत्पादन करना चाहिए। वहीं सीसीएल के प्रबंध निदेशक पीएम प्रसाद ने कहा कि प्लांट्स को प्रतिदिन 2.2 लाख टन कोयला दिया जाएगा।

दिल्ली : मेट्रो ट्रेन व अस्पतालों में आ सकती है दिक्कत : दिल्ली सरकार

दिल्ली सरकार ने चेतावनी दी है कि राजधानी में बिजली आपूर्ति करने वाले पावर प्लांट्स में कोयले की कमी है। ऐसे में मेट्रो ट्रेन और अस्पतालों समेत सभी अहम संस्थानों को बिजली आपूर्ति करने में समस्या आ सकती है। दिल्ली के ऊर्जा मंत्री सत्येंद्र जैन ने बिजली संकट की स्थिति पर एक बैठक की। केंद्र सरकार को लिखे पत्र में उन्होंने दावा किया है कि दिल्ली में बिजली की सप्लाई करने वाले कई पावर प्लांट ऐसे हैं, जहां एक दिन का कोयला बचा है। सत्येंद्र जैनने पर्याप्त कोयला सप्लाई की मांग की है, ताकि पावर प्लांट को कोयला उपलब्ध हो सके और उनसे दिल्ली में बिजली सप्लाई की जा सके।

पंजाब : गहराया संकट, 10 से 12 घंटे के कट

पंजाब के रोपड़ व तलवंडी साबो थर्मल प्लांटों के दो-दो और गोइंदवाल साहिब के एक थर्मल यूनिट के बंद होने से बिजली संकट गहरा गया है। गुरुवार को बिजली की मांग और आपूर्ति में 2000 मेगावाट के अंतर के कारण पावरकाम को प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में 10 से 12 घंटे तक बिजली कट लगाने पड़े। पावरकाम ने गुरुद्वारों से अनाउंसमेंट करवाकर लोगों से सहयोग की अपील की है।

उत्तर प्रदेश : में 38 साल में पहली बार इतनी ज्यादा मांग

गहराते बिजली संकट के बीच यूपी के ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा (UP Energy Minister Arvind Kumar Sharma) ने जनता से बिजली बचाने की अपील की है। उन्होंने कहा, गर्मी के कारण बिजली की मांग बढ़ी है। इसी के साथ कई बिजली उपक्रम तकनीकी कारणों से हफ्तों से बंद हैं। ऐसे में लोग बिजली की बचत का सभी प्रयास करें। पिछले 38 साल में पहली बार अप्रैल में यूपी में बिजली की इतनी मांग सामने आई है। प्रदेश में गर्मी के चलते बिजली की मांग तेजी से बढ़ी है। यहां सिर्फ एक चौथाई कोयले का स्टॉक रह गया है जो जरूरी स्तर से भी नीचे है।

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