- पहले ही नोटिस जारी कर दी थी बंद करने की चेतावनी
- आदेशों की पालना न करने पर की गई कार्रवाई
उत्तर प्रदेश में बिना मान्यता (without recognition school in up) के चलाए जा रहे स्कूलों पर बड़ी कार्रवाई की गई है। यह कार्रवाई बीएसए जगदीश प्रसाद शुक्ल ने की है। इस कार्रवाई में 225 प्राइवेट स्कूलों पर एक-एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। साथ 24 स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया है।
इंडिया न्यूज, उत्तर प्रदेश। उत्तर प्रदेश में बिना मान्यता के चलाए जा रहे स्कूलों पर बड़ी कार्रवाई की गई है। यह कार्रवाई बीएसए जगदीश प्रसाद शुक्ल ने की है। इस कार्रवाई में 225 प्राइवेट स्कूलों पर एक-एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है।
बीएसए कार्यालय के अनुसार इन स्कूलों को अंतिम नोटिस जारी करने के साथ ही स्कूल बंद करने की चेतावनी भी दी गई थी। लेकिन इसके बाद भी स्कूल न बंद करने पर कार्रवाई की गई है। साथ ही अब तक कुल 24 बिना मान्यता के चल रहे स्कूलों को बंद कराया गया है।
बिना मान्यता चल रहे स्कूलों को चिह्नित करने की प्रक्रिया की तेज
इस कार्रवाई के बाद जिले में बिना मान्यता के चल रहे निजी स्कूलों को चिह्नित कर सूचीबद्ध करने की प्रक्रिया में तेजी आई। पहले चरण जनपद के नगर क्षेत्र व चौदह ब्लाकों में कुल 249 ऐसे स्कूल चिह्नित किए गए हैं, जो बिना मान्यता के चल रहे हैं।
इन स्कूलों को बंद करने के लिए अंतिम नोटिस जारी करने के बाद स्कूल बंद करने की चेतावनी जारी की गई थी। इनमें 24 स्कूल बंद हो गए, जबकि शेष 225 स्कूलों पर एक-एक लाख रुपये का जुर्माना लगा दिया गया है।
अब कुल संख्या 309 बिना मान्यता के चल रहे स्कूल चिह्नित
बीएसए कार्यालय (BSA Office) से मिली जानकारी अनुसार दूसरे चरण में जनपद में कुल 60 बिना मान्यता प्राप्त स्कूलों को चिह्नित किया गया है। इसके साथ ही अब कुल संख्या 309 पर पहुंच गई है। दूसरे चरण में कुल 60 स्कूलों में से सबसे अधिक 32 कुदरहा ब्लॉक से चिह्नित हुए हैं।
इसी प्रकार रामनगर से 13, दुबौलिया से 6, बनकटी से 4, नगर क्षेत्र से 3 और गौर से दो स्कूलों को चिह्नित किया गया है। इन स्कूलों को भी अंतिम नोटिस जारी किया जा चुका है। नोटिस का अनुपालन न करने पर बहुत जल्द ही इन स्कूलों को बंद, सील कराने व एफआईआर दर्ज कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
अभिभावक नजदीक के स्कूलों में करवाएं अपने बच्चों का दाखिला
बीएसए ने बिना मान्यता के संचालित ऐसे स्कूलों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के अभिभावकों से अपील की है कि वे अपने बच्चों का नामांकन निकट के परिषदीय स्कूल में कराना सुनिश्चित करें।
यदि कोई छात्र-छात्रा अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा ग्रहण करना चाहते हैं तो वह विकास खंड में अंग्रेजी माध्यम से संचालित परिषदीय स्कूलों में नामांकन करा सकते हैं।
यदि किसी अभिभावक को बच्चे के नामांकन में किसी भी प्रकार की असुविधा होती है तो अपने ब्लाक के खंड शिक्षा अधिकारी से संपर्क कर सकते हैं।
यह भी पढ़ें : 5 करोड़ के गहनों के लालच में नौकर ने कर दिया दंपति का कत्ल, सीसीटीवी में कैद
यह भी पढ़ें: दिल्ली जंहागीरपुरी हिंसा मामले में पुलिस के रवैये पर अदालत की सख्त टिप्पणी, 8 की जमानत याचिका खारिज
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे !
Connect With Us : Twitter | Facebook | Youtube