India News (इंडिया न्यूज), Operation Sindoor: भारत ने वायु रक्षा प्रणाली के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है और अपनी सीमाओं को सुरक्षित रखने के लिए आधुनिक तकनीक से लैस विभिन्न एयर डिफेंस सिस्टम विकसित किए हैं। इन प्रणालियों ने पाकिस्तान द्वारा भेजी गई मिसाइलों और ड्रोन्स को हवा में ही नष्ट कर देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। आइए, इन प्रणालियों की विशेषताओं और उनके योगदान पर एक नज़र डालते हैं।
आकाश मिसाइल सिस्टम
आकाश मिसाइल भारत में स्वदेशी रूप से विकसित एक मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली है। इसे रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा डिज़ाइन किया गया है।
Operation Sindoor: इंडिया के इन मजबूत हथियारों ने PAK की मिसाइलों को आकाश में ही चटा दी भारत की धूल
मारक क्षमता: 25 से 30 किमी।
विशेषताएं: यह रडार-आधारित कमांड गाइडेंस के तहत दुश्मन के लक्ष्य पर 90 प्रतिशत से अधिक की सटीकता के साथ हमला करता है।
उपलब्धियां: जम्मू-कश्मीर में एक हमले के दौरान आकाश मिसाइल ने पाकिस्तानी JF-17 जेट को मार गिराया।
MRSAM भारत और इज़राइल द्वारा संयुक्त रूप से विकसित एक मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली है। यह बराक-8 प्रणाली का हिस्सा है और भारतीय सेना, वायुसेना, तथा नौसेना में तैनात है।
L-70 स्वीडन में निर्मित एक 40 मिमी की एंटी एयरक्राफ्ट गन है, जिसे भारत ने आधुनिक तकनीक से अपग्रेड किया है।
मारक क्षमता: 4 किमी।
विशेषताएं: यह गन रडार-आधारित फायर कंट्रोल सिस्टम से लैस है।
उपलब्धियां: पंजाब और जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तानी ड्रोन्स को सटीकता से नष्ट किया।
शिल्का (ZSU-23-4)
शिल्का एक सोवियत मेड ऑटोमैटिक एंटी एयरक्राफ्ट गन है, जिसमें 23 मिमी की चार तोपें लगी होती हैं।
मारक क्षमता: 2.5 किमी।
विशेषताएं: प्रति मिनट 4000 राउंड फायर करने में सक्षम। यह प्रणाली एक बख्तरबंद वाहन पर तैनात होती है।
उपलब्धियां: उधमपुर और अन्य इलाकों में पाकिस्तानी ड्रोन्स को नष्ट करने में प्रभावी साबित हुई।
भारत की वायु रक्षा प्रणाली दुश्मन के हवाई खतरों को रोकने में अचूक है। आकाश मिसाइल, MRSAM, Zu-23-2, L-70, और शिल्का जैसे आधुनिक सिस्टम की तैनाती ने देश को अपनी सीमाओं को सुरक्षित रखने में सक्षम बनाया है। इन प्रणालियों ने यह साबित कर दिया है कि भारत किसी भी बाहरी खतरे से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है।