India News (इंडिया न्यूज), Pahalgam Terror Attack: जामा मस्जिद के इमाम सैयद अहमद बुखारी (Jama Masjid Imam Ahmed Bukhari) ने दावा किया है कि भारत के कई शहरों में ऐसी घटनाएं हुई हैं, जहां मुसलमानों से उनका धर्म पूछकर उनकी हत्या कर दी गई। उन्होंने शुक्रवार 25 अप्रैल को पहलगाम हमले की निंदा करते हुए यह बात कही। इमाम ने कहा कि पहलगाम में लोगों को उनकी धार्मिक पहचान जानने के लिए नंगा किया गया और जब पता चला कि वे हिंदू हैं, तो ऐसे निर्दोष और निहत्थे लोगों को निशाना बनाकर अलग कर दिया गया।
सैयद अहमद बुखारी ने कहा कि यह न तो दीन-ए-इस्लाम की शिक्षा है, न इतिहास है और न ही संस्कृति है। उन्होंने कहा कि अगर हम अतीत पर नजर डालें, तो हमारे साथ भी ट्रेन में ऐसी घटना हो चुकी है। अगर हम भारत के शहरों पर नजर डालें, तो वहां भी ऐसी घटनाएं हुई हैं। उन्होंने कहा, ‘अगर मैं कल की बात करूं, तो आगरा में भी ऐसी घटना हुई, जहां लोगों से यह पूछकर उनकी हत्या कर दी गई कि क्या वे मुसलमान हैं। अगर यह सिलसिला ऐसे ही चलता रहा, तो कहा नहीं जा सकता कि यह कहां रुकेगा।’
Jama Masjid Imam Ahmed Bukhari
‘पाकिस्तान की वजह से भारतीय मुसलमान बदनाम हो रहे’
शुक्रवार की नमाज के बाद अपने भाषण में इमाम ने कहा कि पहलगाम में जिस तरह से धार्मिक पहचान के आधार पर निर्दोष लोगों को मारा गया, उसकी हर मुसलमान को निंदा करनी चाहिए। इस्लाम किसी निर्दोष की हत्या की इजाजत नहीं देता। उन्होंने कहा कि हमले के बाद सरकार ने जो भी कदम उठाए हैं, हम उनका समर्थन करते हैं। पाकिस्तान को कड़ा सबक सिखाने का समय आ गया है। पाकिस्तान भारत में आतंकवादी भेजता है, जिसकी वजह से भारतीय मुसलमान बदनाम होते हैं।
‘देश के हालातों से हर हिंदू और मुसलमान परेशान है’
इमाम अहमद बुखारी ने कहा कि आतंकवाद किसी समस्या का समाधान नहीं है। सालों से हम हिंदू-मुस्लिम, हिंदू-मुस्लिम सुनते आ रहे हैं। यह समय इसके लिए नहीं बल्कि देश के सम्मान और स्वाभिमान के लिए मजबूत चट्टान की तरह खड़े होने का है। देश का मुसलमान हमेशा देश की सुरक्षा के लिए सबसे आगे रहा है और रहेगा।
इमाम अहमद बुखारी ने कहा कि आज भारत में जो कुछ भी हो रहा है, उससे हर नागरिक, चाहे वह हिंदू हो या मुसलमान, बहुत चिंतित है। उन्होंने कहा कि कभी-कभी मुझे आश्चर्य होता है कि मनुष्य और मानवता किस दिशा में जा रही है।