India news (इंडिया न्यूज़),Parliament Building Inauguration,चेन्नई: नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर विवाद जारी है। 28 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका उद्घाटन करेंगे। इसे लेकर विपक्ष पीएम मोदी पर हमलवार हो गई है और उद्घाटन समारोह का सामूहिक रूप से बहिष्कार कर रही है। ऐसे में इसे लेकर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने विपक्ष से अपने फैसले पर पुनर्विचार का अनुरोध किया है।
विपक्षी दलों द्वारा नए संसद के उद्घाटन का बहिष्कार करने पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा “यह लोकतंत्र का मंदिर है, यहां तक कि प्रधानमंत्री भी इसके कदमों पर झुककर संसद में प्रवेश करते हैं। मैं विपक्ष से विनम्रतापूर्वक अनुरोध करती हूं कि कृपया पुनर्विचार करें और समारोह में हिस्सा लें।”
बता दें इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई है। जिसमें यह निर्देश देने की मांग की गई है कि नए संसद भवन का उद्घाटन भारत के राष्ट्रपति द्वारा किया जाना चाहिए। वहीं कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने विपक्षी दलों के रुख का विरोध किया है। उनका कहना है कि भारत की संसद भारत की धरोहर है, भाजपा की नहीं… देश की संसद का उद्घाटन हिंदुस्तान का प्रधानमंत्री नहीं करेगा तो क्या पाकिस्तान का प्रधानमंत्री करेगा? संसद, राष्ट्रपति भवन ये इस तरह की इमारतें हैं, जो किसी पार्टी की नहीं होती हैं। ये देश की होती हैं। हम प्रधानमंत्री की नीतियों का विरोध करें, हमें करना चाहिए, हम हर जगह करेंगे। लेकिन देश की जनता की भावनाओं का सम्मान करते हुए हमें मोदी का विरोध करने का हक है, लेकिन देश का विरोध करना ठीक नहीं है।
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