India News (इंडिया न्यूज़), Lokmanya Tilak Award To PM Modi: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पुणे में आज मंगलवार, 1 अगस्त को लोकमान्य तिलक पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने इसे अविस्मरणीय क्षण बताया है। पीएम मोदी ने कहा, “मैं लोकमान्य तिलक अवार्ड को 140 करोड़ देशवासियों को समर्पित करता हूं।” इसके साथ ही अवार्ड के साथ मिलने वाली राशि को उन्होंने नमामि गंगे परियोजना में दान देने की घोषणा की है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “आज का ये दिन मेरे लिए बहुत अहम है, मैं यहां आकर जितना उत्साहित हूं, उतना ही भावुक हूं। अभी कुछ देर पहले मैंने मंदिर में गणपति जी का आशीर्वाद भी लिया। लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार मिलना सम्मान की बात है। ये छत्रपति शिवाजी की धरती है।”

पीएम मोदी ने पुरस्कार राशि को किया दान

अपने संबोधन के दौरान ही पीएम मोदी ने पुरस्कार राशि को दान करने की घोषणा की है। उन्होंने कहा, “जिनके नाम में गंगाधर हो, उनके नाम पर दी गई राशि को भी गंगा जी को समर्पित कर दिया गया है। मैंने पुरस्कार राशि नमामि गंगे परियोजना के लिए दान देने का निर्णय लिया है।” पीएम मोदी ने कहा, “पुरस्कार के साथ जिम्मेदारी भी बढ़ जाती है। मैं देशवासियों को विश्वास दिलाता हूं कि उनकी सेवा में, उनकी आशाओं और अपेक्षाओं की पूर्ति में कोई कोर-कसर बाकी नहीं छोड़ूंगा।”

पीएम मोदी ने लोकमान्य तिलक को लेकर कही ये बात

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में आगे कहा, “भारत की आज़ादी में लोकमान्य तिलक की भूमिका को, उनके योगदान को कुछ घटनाओं और शब्दों में नहीं समेटा जा सकता है। अंग्रेजों ने धारणा बनाई थी कि भारत की आस्था, संस्कृति, मान्यताएं, ये सब पिछड़ेपन का प्रतीक हैं। लेकिन तिलक जी ने इसे भी गलत साबित किया। लोकमान्य तिलक ने टीम स्पिरिट के, सहभाग तथा सहयोग के अनुकरणीय उदाहरण भी पेश किए।”

“लोकमान्य तिलक ने देश की आजादी आंदोलन की दिशा बदली”

उन्होंने कहा, “जब अंग्रेज कहते थे कि भारत के लोग देश चलाने के योग्य नहीं है। तब बाल गंगाधर तिलक ने नारा दिया था कि स्वराज हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है। लोकमान्य तिलक ने देश की आजादी आंदोलन की दिशा बदली। वीर सावरकर की क्षमता को बाल गंगाधर तिलक ने पहचाना। बाल गंगाधर तिलक का गुजरात से भी बहुत भावपूर्ण नाता रहा है।”

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