India News (इंडिया न्यूज), PM Modi Kerala Visit, कोच्चि: देश के प्रदानमंत्री नरेंद्र मोदी बीते दिन सोमवार, 24 अप्रैल को केरल के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे हैं। सोमवार को उन्होंने कई कार्यक्रमों में भाग लिया। पीएम मोदी ने सोमवार को कोच्चि में रोड शो के दौरान पैदल मार्च किया। इन दौरान बड़ी संख्या में पीएम का स्वागत करने के लिए लोग पहुंचे। इस दौरान उन्होंने सड़क किनारे खड़े लोगों से हाथ हिलाकर अभिवादन किया। शहर में प्रधानमंत्री के दौरे के लिए 2060 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। इसके साथ ही पीएम ने केरल में ईसाई समुदाय के वरिष्ठ पादरियों के साथ बैठक की है।
गिरजाघरों के शीर्ष पादरियों से की मुलाकात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गिरजाघरों के शीर्ष पादरियों से मुलाकात कर 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले राज्य में इस प्रभावशाली अल्पसंख्यक समुदाय से संपर्क साधने की बीजेपी के प्रयासों को और आगे बढ़ाया है। खबर के मुटाबिक पीएम मोदी ने आठ शीर्ष गिरजाघर के पादरियों से मुलाकात की है। जिनमें सायरो-मलनकरा कैथोलिक चर्च के प्रमुख कार्डिनल बेसेलियोस क्लीमिस, सायरो-मालाबार कैथोलिक चर्च के प्रमुख कार्डिनल जॉर्ज एलेंचेरी, जैकोबाइट चर्च के मेट्रोपोलिटन ट्रस्टी जोसेफ मोर ग्रेगोरियस और सीरियाई आर्थोडॉक्स चर्च के प्रमुख बेसेलियोस मार्थोमा मैथ्यूज शामिल हैं।
युवम कॉन्क्लेव को किया संबोधित
इसके अलावा पीएम मोदी ने कोच्चि में युवम कॉन्क्लेव को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा, “कोई मिशन वाइब्रेंट तब बनता है जब उसके पीछे वाइब्रेंट युथ की एनर्जी लगती है और जब बात केरल की होती है तो इतना भव्य और सुंदर है कि यहां आकर ऊर्जा और बढ़ जाती है।”
पीएम मोदी ने कहा, “आज हमारा देश अमृतकाल की यात्रा शुरू कर रहा है। युवम के जरिए केरल के युवाओं का यह संकल्प बहुत अहम है। मैं आप सभी को इस भव्य आयोजन के लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं। कुछ हफ्ते पहले मैं केरल के एक 99 वर्षीय युवा से मिला। वह एक प्रसिद्ध गांधीवादी श्री वी. पी. अप्पुकुट्टा पोडुवल हैं, जिन्हें पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। हमें केरल की हर प्रतिभा से सीखने को मिलता है।”
भारत के पास युवा शक्ति का भरपूर भंडार- पीएम मोदी
उन्होंने आगे कहा, “हमें याद रखना है जब भारत की परंपराओं और ज्ञान के पुनरुदय की जरूरत पड़ी तो केरल से आदि शंकराचार्य निकले। जब विकृतियों के खिलाफ समाज को जागरूक करने की जरूरत हुई तो केरल से नारायण गुरू जैसे सुधारक आए। भारत की युवा शक्ति हमारे देश की विकास यात्रा की प्रेरक शक्ति है। आज हर कोई ये कह रहा है कि 21वीं सदी भारत की सदी है। भारत वो देश है जिसके पास युवा शक्ति का भरपूर भंडार है।”
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