India News (इंडिया न्यूज़),PM Modi MP Visit, दिल्ली: केंद्रीय मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मध्य प्रदेश दौरे को लेकर कुछ मुख्य जानकारियां सांझा की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने कल के मध्य प्रदेश दौरे के दौरान नेशनल सिकल सेल मिशन (National Sickle Cell Mission)लॉन्च करेंगे। देश के 17 राज्यों में रहने वाले 7 करोड़ से अधिक जनजातीय भाई-बहनों में सिकल सेल विशेष दिखाई देता है। बता दे कल यानी 27 जून को पीएम मोदी मध्य प्रदेश का दौरा करेंगे। इस दौरान पीएम मोदी के कई अहम कार्यक्रमों में शामिल होंगे।
7 करोड़ से अधिक लोगों में सिकल-सेल
केंद्रीय मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने कहा,”प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने कल के मध्य प्रदेश दौरे के दौरान नेशनल सिकल सेल मिशन लॉन्च करेंगे। देश के 17 राज्यों में रहने वाले 7 करोड़ से अधिक जनजातीय भाई-बहनों में सिकल सेल विशेष दिखाई देता है। जब देश आजादी की शताब्दी मना रहा हो तब तक देश सिकल सेल मुक्त बने इसके लिए, इस कार्यक्रम के तहत सभी जनजातीय भाई-बहनों की स्क्रिनिंग की जाएगी। इससे भविष्य में सिकल सेल को बढ़ने से रोक पाएंगे… कल प्रधानमंत्री 1 करोड़ से अधिक लोगों को आयुष्मान भारत योजना का कार्ड भी देंगे।”
क्या होता है सिकल-सेल रोग (SCD)
सिकल सेल कई बीमारियों का एक समूह है जो खून में मौजूद हीमोग्लोबिन को प्रभावित करता है। हीमोग्लोबिन शरीर की सभी कोशिकाओं तक ऑक्सीजन पहुंचाने का काम करता है। यह एक वंशानुगत बीमारी है जो बच्चे को अपने माता-पिता से मिलती है। इसमें हीमोग्लोबिन के असामान्य अणु जिन्हें हीमोग्लोबिन एस कहते हैं वे लाल रक्त कोशिकाओं (RBC) का रूप बिगाड़ देते हैं जिससे वह सिकल या हंसिया (अर्धचन्द्राकार) शेप का हो जाता है। लाल रक्त कोशिकाएं या आरबीसी जो स्वस्थ होती हैं उनका शेप गोलाकार होता है और वे छोटी-छोटी रक्त धमनियों से भी आसानी से गुजर जाती हैं जिससे शरीर के हर एक हिस्से और कोने तक ऑक्सीजन आसानी से पहुंचता है। सिकल सेल, सामान्य लाल रक्त कोशिकाओं की तुलना में कम लचीली होती हैं और चूंकि उनका रूप हंसिया जैसा हो जाता है, इस कारण वे छोटी-छोटी रक्त धमनियों से होकर गुजर नहीं पातीं और गुजरने की प्रक्रिया के दौरान टूट जातीं हैं।
बीमारी से पीड़ित मरीज को होते हैं ये परेशानी
कई बार तो छोटी रक्त धमनियों से गुजरने के दौरान ये सिकल सेल वहां फंस जाती हैं और रक्त संचार में रूकावट पैदा करती हैं। इस कारण व्यक्ति को तेज दर्द महसूस होता है और कई गंभीर बीमारियां जैसे- इंफेक्शन, स्ट्रोक या एक्यूट चेस्ट सिंड्रोम होने का खतरा रहता है। इसके अलावा सिकल सेल बीमारी से पीड़ित मरीज को हड्डियों और जोड़ों के क्षतिग्रस्त होने, किडनी डैमेज होने, दृष्टि संबंधी समस्याएं होने और प्यूबर्टी आने में देरी जैसी दिक्कतों का भी सामना करना पड़ता है।
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