India News (इंडिया न्यूज), PM Modi on Bal Thackrey Birthday: महाराष्ट्र के प्रसिद्ध राजनेता स्वर्गीय बालासाहेब ठाकरे का आज जन्म दिन है। दिग्गज हिंदू नेता बालासाहेब ठाकरे को जन्मदिन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें याद करते हुए अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ट्विट किया। उन्होंने बालासाहेब को महान व्यक्ति बताया।

पीएम ने लिखा- बालासाहेब ठाकरे जी को उनकी जयंती पर स्मरण। वह एक महान व्यक्ति थे जिनका महाराष्ट्र के राजनीतिक और सांस्कृतिक परिदृश्य पर प्रभाव अद्वितीय है। अनगिनत लोगों के दिलों में वह अपने नेतृत्व, अपने आदर्शों के प्रति दृढ़ समर्पण और गरीबों और वंचितों के लिए बोलने की प्रतिबद्धता के कारण जीवित हैं।

बता दें कि महाराष्ट्र के एक प्रसिद्ध राजनेता बालासाहेब का जन्म 23 जनवरी साल 1926 को पुणे में हुआ था। बाल ठाकरे ने ही शिव सेना के नाम से एक मराठीवादी दल का गठन किया था। उन्हें लोग बालासाहेब ठाकरे के नाम से जानते थे। मुंबई पर वह राज करने वाले शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे को किसी के परिचय की ज़रूरत नहीं है। लेकिन आज हम उनके जन्मदिन पर कुछ ऐसी बातें आपके बताएंगे जो आम जनता के सामने नहीं आ पाई हैं।

बाल ठाकरे का करियर

बाल ठाकरे ने अपने करियर की शुरुआत कार्टूनिस्ट के तौर पर किया था। कार्टूनिस्ट बाल ठाकरे ने अपने संगठन शिवसेना का मुखपत्र ‘सामना’ मराठी में पब्लिश करते थे। यह मुखपत्र आज तक पब्लिश होता है। 1947 में फ्री प्रेस जर्नल में बाल ठाकरे के साथ मशहूर कार्टूनिस्ट आर के लक्ष्मण एक साथ काम करते हैं।

फिल्मी सितारों से था करीबी रिश्ता

बाल ठाकरे का फिल्म जगत से भी काफी करीबी रिश्ता था। संजय दत्त से दिलीप कुमार तक उनकी सबसे जान पहचान था। कहा जाता है कि जब संजय दत्त टाडा के दौरान मुश्किल में घिर गए थे, तब बाल ठाकरे ने ही उनकी हर संभव मदद की थी। बाल ठाकरे ने मशहूर अभिनेता दिलीप कुमार यानि युसूफ खान के बारे में भी कहा था कि, “दिलीप साहब मेरे साथ शाम की बैठक लगाया करते थे, लेकिन बाद में पता नहीं क्या हो गया कि वो मुझसे दूर हो गए।”

कब हुआ बाला साहेब का निधन?

वहीं, 17 नवंबर 2012 को बाला साहेब ठाकरे का निधन मुंबई में हो गया था और उनका अंतिम संस्कार मुंबई के शिवाजी पार्क में किया गया था। मुंबई के लोग बाला साहेब को ‘टाइगर ऑफ़ मराठा’ के नाम से भी जाना करते थे। वह पहले ऐसे इंसान थे जिनके निधन पर मुंबई के लोगों ने बिना किसी नोटिस के ही अपनी मर्जी से बंद रखा था।

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