India News(इंडिया न्यूज), PM Modi on Opposition: पीएम मोदी के तीसरे कार्यकाल के दूसरे संसद सत्र की शुरूआत आज होनी है। इससे पहले ही पीएम मोदी ने विपक्ष को लेकर कड़ा संदेश दिया है। उन्होंने कहा है कि पार्टियों से आगे बढ़कर देश के विकास के लिए कार्य करना है। पीएम मोदी ने विपक्ष की राजनीति को नकारात्मक राजनीति बताया है। आपको बता दें कि विपक्ष ने पिछले सत्र में भी बहुत से हंगामे किए थे। आइए इस खबर में हम आपको बताते हैं पूरी जानकारी।
पीएम मोदी ने कही ये 5 अहम बातें
भारत की उपलब्धियां गिनवाते हुए पीएम मोदी ने ये 5 बातें रखी। आइए हम आपको बताते हैं वो 5 अहम बातें।
पीएम मोदी ने बजट सत्र का शंखनाद कर दिया है। सत्र की शुरुआत से पहले अपने संबोधन में पीएम मोदी ने विपक्ष पर नकारात्मक राजनीति का आरोप लगाया। उन्होंने यहां तक कहा कि कुछ दलों ने अपने फायदे के लिए संसद का दुरुपयोग किया। पिछले सत्र में विपक्ष ने पीएम के भाषण के दौरान हंगामा किया था। इसी पर आज पीएम ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि पीएम की आवाज को दबाने की कोशिश की गई और मुझे ढाई घंटे तक बोलने नहीं दिया गया।
पीएम मोदी ने कहा कि यह हर नागरिक के लिए गर्व की बात है कि बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देशों में भारत सबसे तेजी से विकास करने वाला देश है। हम पिछले तीन सालों में लगातार 8 फीसदी की ग्रोथ के साथ आगे बढ़ रहे हैं। आज भारत में सकारात्मक दृष्टिकोण, निवेश और प्रदर्शन के अवसर अपने चरम पर हैं, यह अपने आप में भारत की विकास यात्रा में एक अहम पड़ाव है।
विपक्ष पर नाम लिए बगैर निशाना साधते हुए पीएम ने कहा, ‘नई सरकार बनने के बाद पहले सत्र में 140 करोड़ देशवासियों के बहुमत से जिस सरकार को सेवा करने का आदेश था, उसकी आवाज को दबाने का अलोकतांत्रिक प्रयास किया गया। देश के प्रधानमंत्री को ढाई घंटे तक दबाना, उनकी आवाज को रोकना, उनकी आवाज को दबाना लोकतांत्रिक परंपरा में कोई स्थान नहीं रख सकता और इन सभी लोगों को इसका कोई अफसोस भी नहीं है। दिल में कोई पीड़ा नहीं है। आज मैं बड़े आग्रह के साथ कहना चाहता हूं कि देशवासियों ने हमें दल की सेवा करने के लिए नहीं बल्कि देश की सेवा करने के लिए यहां भेजा है। यह सदन दल के लिए नहीं है, यह देश के लिए नहीं है।’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मैं देश के सभी सांसदों से बड़े आग्रह के साथ कहना चाहता हूं, चाहे वे किसी भी दल के हों। मुझे यह कहते हुए बहुत दुख होता है कि 2014 के बाद कुछ सांसदों को पांच साल का मौका मिला और कुछ को 10 साल का मौका मिला, लेकिन कई सांसद ऐसे रहे जिन्हें अपने क्षेत्र की बात कहने का मौका नहीं मिला। उन्हें अपने विचारों से संसद को समृद्ध करने का मौका नहीं मिला क्योंकि कुछ लोगों की नकारात्मक राजनीति ने एक तरह से देश की संसद के महत्वपूर्ण समय का दुरुपयोग अपनी राजनीतिक विफलताओं को छिपाने के लिए किया है। मेरा सभी दलों से अनुरोध है कि कम से कम जो लोग पहली बार संसद में आए हैं, उन्हें चर्चा में भाग लेने का मौका दें।’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मुझे विश्वास है कि हमारे सभी सांसद पूरी तैयारी के साथ चर्चा को समृद्ध करेंगे। विचार कितने भी पुराने क्यों न हों, पुराने विचार बुरे नहीं होते, नकारात्मक विचार बुरे होते हैं। देश को नकारात्मकता की जरूरत नहीं है। देश को एक विचारधारा, प्रगति और विकास की विचारधारा के साथ आगे बढ़ना है।’
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि यह बजट सत्र है और मुझे देशवासियों को जो गारंटी देनी है, उसे पूरा करने के लक्ष्य के साथ हमें आगे बढ़ना है। यह अमृतकाल का महत्वपूर्ण बजट है, जो पांच साल के लिए हमारे काम की दिशा तय करेगा। पीएम मोदी ने आगे कहा कि कल पेश होने वाला बजट 2047 तक, आजादी की 100वीं वर्षगांठ तक विकसित भारत के सपने को पूरा करने के लिए हमने जो लक्ष्य तय किए हैं, उन पर केंद्रित होगा।