इंडिया न्यूज, नई दिल्ली :
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुरुवार को तेरहवें शिखर ब्रिक्स सम्मेलन को संबोधित करेंगे। मोदी दूसरी बार इस कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे और इसका विषय अंतर-ब्रिक्स निरंतरता, एकजुटता और सहमति के लिए सहयोग है। सम्मेलन में सदस्य देश चीन, रूस, ब्राजील, भारत और दक्षिण अफ्रीका शामिल होंगे। बैठक में ब्राजील के राष्ट्रपति जाइर बोलसोनारो, रूस के राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन, चीन के राष्ट्रपति शी चिनपिंग और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति साइरिल रामाफोसा उपस्थित रहेंगे। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, न्यू डेवलपमेंट बैंक के अध्यक्ष माकोर्स ट्रॉयजो, ब्रिक्स बिजनेस काउंसिल के अस्थायी अध्यक्ष ओंकार कंवर और ब्रिक्स विमेन्स बिजनेस एलायंस की अस्थायी अध्यक्ष डॉ. संगीता रेड्डी भी शिखर सम्मेलन में उपस्थित राजाध्यक्षों के सामने अपने-अपने दायित्वों के तहत साल भर में किए काम का ब्योरा प्रस्तुत करेंगे। भारत ने अध्यक्ष के रूप में अपने कार्यकाल में चार प्राथमिक क्षेत्रों का खाका तैयार किया है। इन चार क्षेत्रों में बहुस्तरीय प्रणाली, आतंकवाद से मुकाबला, सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिये डिजिटल और प्रौद्योगिकीय उपायों को अपनाना तथा लोगों के बीच मेल-मिलाप बढ़ाना शामिल है। इन क्षेत्रों के अलावा राजाध्यक्ष कोविड-19 महामारी के दुष्प्रभाव तथा मौजूदा वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान करेंगे। पीएम मोदी ने इससे पहले वर्ष 2016 में गोवा शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता की थी। इस वर्ष भारत ऐसे समय ब्रिक्स की अध्यक्षता कर रहा है, जब ब्रिक्स का 15वां स्थापना वर्ष मनाया जा रहा है।