India News (इंडिया न्यूज), PM Modi Ukraine Visit: हाल ही में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यूक्रेन की राजधानी कीव की यात्रा के दौरान रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच उनकी यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की से मुलाकात ने काफी सुर्खियां बटोरीं। इस मुलाकात के दौरान एक महिला भी नजर आई, जिसने सोशल मीडिया पर लोगों के बीच कई सवाल खड़े कर दिए। इस महिला की भूमिका और उसके महत्व को समझने के लिए हमें इंटरप्रेटर (दुभाषिया) की भूमिका पर ध्यान देना होगा।

पीएम मोदी और राष्ट्रपति जेलेंस्की की मुलाकात

पीएम मोदी यूक्रेन की राजधानी कीव पहुंचे, जहाँ उन्होंने पोलैंड से लगभग 10 घंटे तक ट्रेन का सफर किया। वहां पहुंचने पर, उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया, और यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने उन्हें गले लगाया। इस मुलाकात के दौरान की कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए, जिनमें एक महिला को भी उनके साथ देखा जा सकता है।

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इंटरप्रेटर का महत्व

विदेशी दौरों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अक्सर हिंदी में भाषण देते हैं, और कभी-कभी अंग्रेजी में भी बातचीत करते हैं। हालांकि, भाषा के उच्चारण में अंतर होने के कारण, विदेशी दौरों के दौरान प्रधानमंत्री को और विदेशी मेहमानों को सही और स्पष्ट संवाद के लिए इंटरप्रेटर की जरूरत होती है।

इस महिला का काम दोनों नेताओं के बीच हो रहे संवाद का सही अनुवाद करना था, ताकि वे एक-दूसरे की बात को ठीक से समझ सकें। पीएम मोदी और राष्ट्रपति जेलेंस्की के बीच मौखिक संवाद में यह महिला दुभाषिया की भूमिका निभा रही थी, जो संवाद को सहज और सटीक बनाने में मदद करती है।

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प्रधानमंत्री के विदेश दौरे पर भाषा अनुवाद के लिए कौन मदद करता है?

प्रधानमंत्री की विदेश यात्राओं के दौरान भाषा अनुवाद के लिए विभिन्न प्रकार के विशेषज्ञों की मदद ली जाती है:

  • विदेश मंत्रालय के अनुवादक: ये अनुवादक प्रधानमंत्री की विदेश यात्राओं के दौरान भाषा अनुवाद की विशेष जिम्मेदारी निभाते हैं। वे विभिन्न भाषाओं में अनुवाद की कुशलता रखते हैं और संवाद को सटीक बनाते हैं।
  • इंडियन डिप्लोमैटिक सर्विस (आईडीएस) अधिकारी: आईडीएस अधिकारी भी प्रधानमंत्री की विदेश यात्राओं के दौरान भाषा अनुवाद में सहायता करते हैं और डिप्लोमैसी से जुड़े अन्य महत्वपूर्ण कामों को भी संभालते हैं।
  • विदेशी दूतावास के अनुवादक: जब प्रधानमंत्री किसी विदेशी देश की यात्रा पर होते हैं, तो उस देश के दूतावास के अनुवादक भी इस प्रक्रिया में शामिल होते हैं, जो भाषा संबंधी बाधाओं को दूर करने में मदद करते हैं।
  • विशेष अनुवादक: कुछ विशेष मामलों में, प्रधानमंत्री की विदेश यात्राओं के दौरान उन भाषाओं में विशेषज्ञता रखने वाले विशेष अनुवादकों की मदद ली जाती है, जिनकी समझ और व्याख्या आसान नहीं होती।
  • ट्रांसलेशन एजेंसियों के अनुवादक: कभी-कभी, भाषा अनुवाद की जरूरतों को पूरा करने के लिए ट्रांसलेशन एजेंसियों के अनुवादकों की भी सहायता ली जाती है।

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